



राष्ट्रपति की मंजूरी मिलने के बाद वक्फ संशोधन विधेयक कानून बन चुका है। हालांकि संसद के दोनों सदनों से पारित होते ही इसे सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दे दी गई। अभी तक कई याचिकाएं दाखिल हो चुकी हैं जिनमें इसे संविधान के खिलाफ और धार्मिक स्वतंत्रता के मौलिक अधिकार का उल्लंघन बताते चुनौती दी गई है। हालांकि बिल पास होने के बाद समुदाय विशेष में गुस्सा भी है। इसका ताजा मामला यूपी के उन्नाव में देखने को मिला। यहां जिला सैनिक कल्याण एवं पुनर्वास अधिकारी के पद पर तैनात रिटायर्ड कर्नल सूर्य प्रकाश सिंह पर उस वक्त जानलेवा हमला कर दिया गया, जब वे ओला कैब से कानपुर से लखनऊ लौट रहे थे। कर्नल सिंह मोबाइल फोन पर वक्फ संशोधन कानून पर बात कर रहे थे।



उनकी बात कैब ड्राइवर वसीम को अच्छी नहीं लगी और उसने पहले तो गाली गलौज की फिर उनपर हमला बोल दिया। वसीम यहीं नहीं रुका, उसने कार रोककर अपने कुछ साथियों को बुलाया और फिर कर्नल सिंह की पिटाई की। घटना 4 अप्रैल की रात करीब 10 बजे की बताई जा रही है। घटना के समय का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। कर्नल का आरोप है कि हमलावर उनकी पैंट की पिछली जेब से जरूरी कागजात और 3 हजार रुपए भी लूट ले गए। कर्नल ने पुलिस की कार्रवाई पर भी सवालिया निशान लगाए हैं।
लाइव लोकेशन भेजा, थोड़ी देर में आ गए कुछ लोग और…
रिटायर्ड कर्नल सूर्य प्रकाश सिंह के मुताबिक उन्होंने 4 अप्रैल की रात करीब 10 बजे कानपुर कैंट से लखनऊ के लिए ओला कैब बुक की थी। ड्राइवर का नाम वसीम बताया गया है, जो कानपुर के बाबूपुरवा थाना क्षेत्र का निवासी है। रास्ते में वक्फ बोर्ड से जुड़े मुद्दे पर कर्नल किसी से मोबाइल पर बात कर रहे थे। इतने में वसीम उनसे बहस करने लगा। जब कर्नल ने इसका विरोध किया तो ड्राइवर ने अपने मोबाइल से एक व्हाट्सएप ग्रुप में लाइव लोकेशन साझा की और कुछ संदिग्ध मैसेज भी भेजे।
थोड़ी दूर आगे बढ़ने के बाद गाड़ी को रास्ते में रोक दिया गया। तभी वहां 5-6 युवक पहुंचे और कर्नल पर नुकीले पत्थरों व डंडों से हमला कर दिया। सिर पर कई वार किए गए, जिससे कर्नल बेहोश होकर गिर पड़े। जब उन्हें होश आया तो खुद को हमलावरों के बीच पाया। कर्नल ने बताया कि हमलावरों में एक आरिफ नाम का व्यक्ति प्रमुख था और अधिकतर हमलावर मुस्लिम समुदाय से थे। कर्नल का आरोप है कि हमलावर उनकी पैंट की पिछली जेब से जरूरी कागजात और 3 हजार रुपए भी लूट ले गए।
कर्नल ने पुलिस पर भी लगाया आरोप
घटना की सूचना मिलते ही PVR 112 की पुलिस मौके पर पहुंची। लेकिन कर्नल का आरोप है कि चौकी इंचार्ज के पहुंचने से पहले तक पुलिस का रुख हमलावरों के पक्ष में झुका हुआ था। आपको बता दें कि रिटायर्ड कर्नल सूर्य प्रकाश सिंह इस समय कानपुर नगर में जिला सैनिक कल्याण एवं पुनर्वास अधिकारी के पद पर तैनात हैं। लखनऊ के वृंदावन सेक्टर-6 में उनका आवास है। उन्होंने अचलगंज, उन्नाव थाने में पूरे मामले की शिकायत दी है और निष्पक्ष जांच की मांग की है।