कॉमनवेल्थ गेम्स के 11वें दिन भारत को बैडमिंटन में दो गोल्ड मिले। पीवी सिंधु ने विमेंस सिंगल्स में और लक्ष्य सेन ने मेंस सिंगल्स में सुनहरी कामयाबी हासिल की। लक्ष्य का मेडल भारत का इस मेगा इवेंट में 20वां गोल्ड है।
20 साल के लक्ष्य ने फाइनल में मलेशिया के जेई यंग को तीन गेम तक चले मुकाबले में 19-21, 21-9, 21-16 से हराया। भारतीय खिलाड़ी ने पहला गेम 19-21 से गंवा दिया। लेकिन दूसरे गेम में उन्होंने जोरदार वापसी की और इसे 21-9 से जीतकर मैच में बराबरी हासिल कर ली है। तीसरे गेम में लक्ष्य ने 21-16 से जीत हासिल की। लक्ष्य सेन से पहले बैडमिंटन के मेंस सिंगल्स में पी कश्यप ने 2014 में गोल्ड मेडल जीता था।
पहले पीवी सिंधु ने फाइनल में कनाडा की मिशेल ली को 21-15, 21-13 से हराया। कॉमनवेल्थ में विमंस सिंगल्स मुकाबलों में सिंधु का यह पहला गोल्ड है। इससे पहले 2018 में सायना नेहवाल ने कॉमनवेल्थ में विमेंस सिंगल्स का गोल्ड जीता था। फाइनल में उन्होने सिंधु को ही हराया था। इस मेगा स्पोर्ट्स इवेंट में भारत के नाम अब तक 56 मेडल हो गए हैं। इनमें 19 गोल्ड, 15 सिल्वर और 22 ब्रॉन्ज मेडल शामिल हैं।
कॉमनवेल्थ सिंगल्स 2022 में कैसा रहा सिंधु का प्रदर्शन
- विमेंस सिंगल्स में सिंधु का पहला मुकाबला मालदीव की फतिमा अब्दुल रज्जाक के साथ था। सिंधु ने फातिमा को 21-4, 21-11 के अंतर से मात दी थी।
- सिंधु ने दूसरे मुकाबले में युगांडा की हुसीना कुबुगाबे को 21-10, 21-9 के अंतर से हराया था। इसी के साथ उन्होंने क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई।
- तीसरे मुकाबले में सिंधु का सामना मलेशिया की जिन वेई गोह के साथ था। इस मुकाबले में भी सिंधु ने 19-21, 21-14, 21-18 के अंतर से जीत हासिल की। कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में यह पहला मौका था, जब पीवी सिंधु कोई गेम हारीं। हालांकि, यह मैच भी जीतकर उन्होंने सेमीफाइनल में जगह बना ली।
- सेमीफाइनल में सिंधु का सामना सिंगापुर की जिया मिन येओ के साथ था। सिंधु ने यह मैच 21-19, 21-17 के अंतर से जीता