रेलयात्रियों के लिए एक जरूरी सूचना है। देश में हजारों की संख्या में सीनियर सिटीजन रेल यात्रा करते हैं। लेकिन अब सरकार के नए नियम के अनुसार इन्हें मिलने वाली एक बड़ी सुविधा बंद कर दी जाएगी। केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने लोकसभा में यह जानकारी दी है।
रेल मंत्री लोकसभा में रेलवे की अनुदान मांगों पर हुई 13 घंटे की चर्चा का जवाब दे रहे थे। इसके अनुसार वरिष्ठ नागरिकों को यात्री भाड़े में दी जाने वाली छूट पर अब प्रतिबंध रहेगा। यानी अब उन्हें किराये में रियायत नहीं मिलेगी और उन्हें भी अन्य यात्रियों की तरह पूरा किराया चुकाना होगा।
वरिष्ठ नागरिकों को रेल भाड़े में मिलने वाली छूट को दोबारा बहाल नहीं किए जाने को लेकर वैष्णव ने एक लिखित प्रश्न के जवाब में तर्क दिया। उन्होंने कहा है कि कोरोना महामारी की वजह से पैदा हुईं चुनौतियों के चलते वित्त वर्ष 2019-2020 (पूर्व-कोविड अवधि) की तुलना में वर्ष 2020-2021 के दौरान यात्रियों की संख्या में बहुत बड़ी गिरावट दर्ज की गई है।
वैष्णव ने यह भी कहा कि वरिष्ठ नागरिकों को किराये में छूट देने के लिए भारतीय रेलवे की लागत अपेक्षाकृत बढ़ जाती है। इसलिए फिलहाल कुछ समय के लिए वरिष्ठ नागरिकों सहित शेष अन्य सभी श्रेणी के यात्रियों को रेल के भाड़े में छूट देना संभव नहीं हो पाएगा।
वैष्णव ने आक्रामक अंदाज में कहा कि हमें अपनी क्षमता पर भरोसा करना होगा। वंदेभारत ट्रेनों की रफ्तार को भी 200 किलोमीटर प्रति घंटे तक ले जाने का लक्ष्य है। उन्होंने कहा कि रेलवे में सेफ्टी व सिक्युरिटी को उच्च प्राथमिकता दी गई है। आटोमेटिक प्रोटक्शन प्रणाली ‘कवच’ के आविष्कार से हम इस दिशा में बहुत आगे बढ़े हैं।