Jagdalpur : – छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले की पहचान पूरे देश में नक्सल समस्या को लेकर है। सरकार विकास कार्यों से इस गंभीर समस्या पर काबू पाने का प्रयास कर रही है। एक हद तक सरकार इसमें सफल भी हुई है। सड़क, बिजली,पानी और शिक्षा से बस्तर की तस्वीर बदली है, लेकिन बस्तर जिले का एक वीडियो पूरे देश में तेजी से वायरल हो रहा है, इस वीडियो ने बस्तर समेत पूरे प्रदेश की एक गलत छवि पेश की है। वायरल वीडियो में जिले के स्कूली बच्चे नशे में धुत शिक्षक को मारने चप्पल लेकर दौड़ते दिख रहे हैं। अगर शिक्षक भागने में कामयाब नहीं होते तो बच्चे उसकी पिटाई कर देते।
शिक्षक जगत की छवि खराब
गिनती के शराबी शिक्षकों के चलते शिक्षक जगत बदनाम हो रहा है। लेकिन इस बार एक ऐसा वीडियो सामने आया है। जिसे देखकर लोग हैरानी जता रहे हैं। एक शराबी शिक्षक को भगाने बच्चों को चप्पल लेकर दौड़ लगानी पड़ी। नशे में धुत शिक्षक बाइक को जैसे तैसे संभालकर मौके से भागने में सफल रहा, नहीं तो बच्चे चप्पलों से पिटाई कर देते। यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। हालांकि ये घटना पिछले हफ्ते की बताई जा रही है। पूरा मामला बस्तर ब्लॉक के पालीभाटा प्राथमिक स्कूल का है। इस वीडियो ने प्रदेश की जनता को सोचने के लिए मजबूर कर दिया है।
रिपोर्ट के मुताबिक, शिक्षक रोजाना शराब के नशे में स्कूल पहुंचता था. वह बच्चों को पढ़ाने के बजाय फर्श पर सोते थे। पढ़ाई के बारे में बात करने पर गाली-गलौज करता था। इससे परेशान होकर बच्चों को चप्पलें उठानी पड़ीं।
रिपोर्ट के मुताबिक, शिक्षक आए दिन शराब के नशे में स्कूल पहुंचता था। वह बच्चों को पढ़ाने के बजाए जमीन पर सो जाता। पढ़ाई के बोलने पर बच्चों से गाली-गलौच करता। इससे परेशान बच्चों को चप्पलें उठाना उठानी पड़ी।
कलेक्टर ने बीईओ से मांगी रिपोर्ट
इस मामले में बस्तर कलेक्टर विजय दयाराम ने बीईओ को जांच के आदेश दिए हैं। कलेक्टर ने कहा है कि जांच पूरी होते ही शराबी शिक्षक पर कार्यवाही होगी। जांच में दोषी पाए जाने पर शिक्षक का तत्काल निलंबन होगा।
कार्रवाई के बाद भी स्थिति नहीं सुधरी
छत्तीसगढ़ में शिक्षकों के शराब के नशे में स्कूल पहुंचने के वीडियो लगातार सामने आ रहे हैं। वीडियो आने के बाद प्रशासन जांच कर कार्रवाई करता है। शराबी शिक्षक के निलंबन होने के बाद प्रशासन का काम खत्म हो जाता है। फिर कुछ दिनों बाद दूसरा वीडियो आ जाता है। लेकिन इस समस्या का स्थायी समाधान नहीं हो रहा।