![](https://jagatbhumi.com/wp-content/uploads/2024/07/SANTOSH.jpeg)
![](https://jagatbhumi.com/wp-content/uploads/2024/01/WhatsApp-Image-2024-03-15-at-12.05.51-PM.jpeg)
लखनऊ: योगी आदित्यनाथ सरकार का शपथ ग्रहण हो चुका है। इस बार के शपथ ग्रहण में एनडीए के 52 नेताओं ने शपथ ली। इसमें विधानसभा से चुनकर आए सदस्यों के साथ-साथ विधान परिषद सदस्यों को भी शामिल किया गया है। चुनाव में हार के बाद भी केशव प्रसाद मौर्य ने एक बार फिर योगी मंत्रिमंडल में डिप्टी सीएम का पद बरकरार रखा है। वहीं, दूसरे डिप्टी सीएम के रूप में ब्रजेश पाठक को जगह मिली है। वे लखनऊ कैंट विधानसभा सीट से चुनाव जीत कर विधानसभा पहुंचे हैं। आइए इन मंत्रियों की प्रोफाइल के बारे में जानकारी लेते हैं।
![](https://jagatbhumi.com/wp-content/uploads/2023/10/WhatsApp-Image-2024-01-04-at-5.19.19-PM.jpeg)
![](https://jagatbhumi.com/wp-content/uploads/2024/02/WhatsApp-Image-2024-02-22-at-4.41.45-PM.jpeg)
केशव प्रसाद मौर्य, एमएलसी
- उम्र : 53
- शिक्षा : बीए
- जाति : मौर्य
राजनीतिक सफर-विश्व हिंदू परिषद और आरएसएस में सक्रिय रहे। सक्रिय राजनीति की शुरुआत हार से हुई। वह 2002 और 2007 में विधान सभा चुनाव हार गए। पहली बार 2012 में विधायक बने। उसके बाद 2014 में लोकसभा चुनाव जीते। योगी सरकार 2017 में और अब 2022 में उप मुख्यमंत्री बने। वह विधान परिषद सदस्य हैं।
सूर्य प्रताप शाही, विधायक पथरदेवा
- उम्र : 70 वर्ष
- शिक्षा : एमए, एलएलबी
- जाति : भूमिहार
राजनीतिक सफर : पांचवीं बार विधायक, तीन बार मंत्री और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भी रहे। योगी सरकार में कृषि मंत्री हैं।
स्वतंत्र देव सिंह, एमएलसी
- जन्म : 58 वर्ष
- शिक्षा : स्नातक
- जाति : कुर्मी
राजनीतिक सफर : दूसरी बार एमएलसी बने हैं, योगी सरकार में 2017 में मंत्री और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सहित संगठन में कई अहम पदों पर रहे।
ब्रजेश पाठक, विधायक लखनऊ कैंट
- उम्र : 58 वर्ष
- शिक्षा : एमए, एलएलबी
- जाति : ब्राह्मण
राजनीतिक सफर : छात्र राजनीति से निकलकर कांग्रेस से चुनाव लड़ा लेकिन हार गए। बसपा में लेाकसभा और राज्य सभा सदस्य रहे। भाजपा में शामिल होकर 2017 में विधायक और कानून मंत्री बने।
सुरेश खन्ना, विधायक शाहजहांपुर
- उम्र : 69 वर्ष
- शिक्षा : बीए, एलएलबी
- जाति : खत्री
राजनीतिक सफर : नौवीं बार विधायक बने। कल्याण सिंह, राम प्रकाश गुप्त और राजनाथ सिंह सरकार में मंत्री रहे। योगी सरकार में 2017 में संसदीय कार्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री रहे।
लक्ष्मी नारायण चौधरी, विधायक छाता
- उम्र : 71 वर्ष
- शिक्षा : एलएलबी
- जाति : जाट
राजनीतिक सफर : लोकदल,बसपा और कांग्रेस में विधायक रहने के बाद 2015 में भाजपा में आए। वह पांचवीं बार विधायक बने हैं। योगी सरकार 2017 में वह पशुपालन, मत्स्य एवं दुग्ध विकास मंत्री रहे।
भूपेंद्र चौधरी, एमएलसी
- उम्र : 56 वर्ष
- शिक्षा : इंटरमीडिएट
- जाति : जाट
राजनीतिक सफर : भाजपा संगठन में कई अहम पदों पर रहने के बाद 2016 में एमएलसी बने। उसके बाद योगी सरकार 2017 में वह पंचायती राज्य मंत्री और फिर कैबिनेट मंत्री बने।
बेबी रानी मौर्य, विधायक आगरा ग्रामीण
- उम्र : 66 वर्ष
- शिक्षा : बीए, बीएड
- जाति : जाटव
राजनीतिक सफर : आगरा की मेयर और उत्तराखंड की राज्यपाल रही हैं। महिला आयोग और बाल संरक्षण आयोग में सदस्य रहीं। दूसरी बार विधायक बनी हैं।
आशीष सिंह पटेल, एमएलसी
- उम्र : 43 वर्ष
- शिक्षा : बीटेक
- जाति : कुर्मी
राजनैतिक करियर : भाजपा की सहयोगी पार्टी अपना दल के कार्यकारी अध्यक्ष और एमएलसी हैं। केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल के पति हैं।
धर्मपाल सिंह, विधायक आंवला
- उम्र : 69 वर्ष
- शिक्षा : एमए, बीएड, एलएलबी
- जाति : लोधी
राजनीतिक सफर : पांचवीं बार विधायक बने हैं। इससे पहले 1996 और 2002 में विधायक बनने के साथ ही मंत्री बने। योगी सरकार 2017 में सिंचाई मंत्री बने।
जयवीर सिंह, विधायक मैनपुरी
- उम्र : 64 वर्ष
- शिक्षा : स्नातक
- जाति : ठाकुर
राजनीतिक सफर : तीसरी बार विधायक बने हैं। उन्होंने 2022 में सपा के गढ़ मैनपुरी सीट से दो बार के विधायक राजकुमार यादव राजू को हराया है।
अनिल राजभर, विधायक शिवपुर
- उम्र : 49
- शिक्षा : परास्नातक
- जाति : राजभर
राजनीतिक सफर : छात्र राजनीति से शुरुआत की और पहली बार 2017 में विधायक बने। योगी सरकार 2017 में पहले राज्य मंत्री और फिर कैबिनेट मंत्री बने।
बलदेव सिंह औलख, विधायक बिलासपुर
- उम्र : 63 वर्ष
- शिक्षा : एमए
- जाति : सिख
राजनीतिक सफर : छात्र राजनीति से सफर शुरू करने वाले बलदेव औलख 1998 में मुख्तार अब्बास नकवी के संपर्क में आए। उसके बाद भाजपा जॉइन की। दूसरी बार विधायक बने हैं। योगी सरकार 2017 में भी राज्य मंत्री रहे।
संदीप सिंह, विधायक अतरौली
- एम्र : 30 वर्ष
- शिक्षा : एमए
- जाति : लोधी
राजनीतिक सफर : पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के पौत्र और एटा के सांसद राजवीर सिंह के पुत्र हैं। वह 2017 में अतरौली से विधायक बने और राज्य मंत्री भी बने। अब 2022 में दूसरी बार विधायक चुने गए हैं।
नंद गोपाल गुप्ता नंदी, विधायक प्रयागराज दक्षिणी
- उम्र : 48 वर्ष
- शिक्षा : 10वीं पास
- जाति : वैश्य
राजनीतिक सफर : व्यापारी रहे नंदी का राजनीतिक सफर 2007 में शुरू हुआ। वह पहली बार बसपा से विधायक और मंत्री बने। वह 2014 में कांग्रेस के टिकट पर चुनाव हारे और 2017 में भाजपा में आ गए विधायक बने, साथ ही मंत्री बने।
जितिन प्रसाद, एमएलसी
- उम्र : 49 वर्ष
- शिक्षा : बीकॉम, एमबीए
- जाति : ब्राह्मण
राजनीतिक सफर : जितिन प्रसाद वरिष्ठ कांग्रेसी नेता जितेंद्र प्रसाद के पुत्र हैं। जितिन भी कांग्रेस सरकार में केंद्रीय मंत्री रहे। वह 2014, 2017 और 2019 में हार के बाद 2021 में भाजपा में शामिल हो गए और योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री बनाए गए। वह एमएलसी हैं।
राकेश सचान, विधायक भोगनीपुर
- उम्र : 68
- शिक्षा : स्नातक
- जाति : सचान(कुर्मी)
राजनीतिक सफर : सपा में कभी मुलायम सिंह यादव और शिवपाल सिंह के बेहद करीबी रहे राकेश सचान 1993 और 2002 में विधायक बने। उसके बाद 2009 में सांसद बने। बाद में कांग्रेस में चले गए और इस चुनाव से पहले भाजपा में शामिल हुए। उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी को हराया है।
अरविंद कुमार शर्मा, एमएलसी
- उम्र : 58
- शिक्षा : परास्नातक, पीएचडी
- जाति : भूमिहार
राजनीतिक सफर : गुजरात कैडर से 1988 बैच के आईएएस हैं। उन्होंने अपने रिटायरमेंट से दो साल पहले ही 2021 में वीआरएस ले लिया। बीजेपी में शामिल हो गए और एमएलसी बने।
योगेंद्र उपाध्याय, विधायक आगरा दक्षिण
- उम्र : 67 वर्ष
- शिक्षा : परास्नातक
- जाति : ब्राह्मण
राजनीतिक सफर : आगरा दक्षिण विधानसभा सीट से लगातार तीसरी बार विधायक बने हैं।
संजय निषाद, एमएलसी
- उम्र : 57 वर्ष
- शिक्षा : होम्योपैथी में डिप्लोमा
- जाति : निषाद
राजनीतिक सफर : होम्योपैथी संगठनों की राजनीति करने वाले संजय निषाद ने 2008 में पिछड़ी जातियों की राजनीति करने लगे। उन्होंने 2017 में कई छोटे दलों के साथ मिलकर प्रत्याशी उतारे। वह 2022 में भाजपा के साथ गठबंधन करके चुनाव लड़ा। इससे पहले 2021 में भाजपा के सहयोग से एमएलसी बने।
नितिन अग्रवाल, विधायक हरदोई
- उम्र : 41
- शिक्षा : एमबीए
- जाति : वैश्य
राजनीतिक सफर : अलग-अलग पार्टियों में रहकर हरदोई में लगातार 40 साल से दबदबा कायम रखने वाले नरेश अग्रवाल के बेटे हैं। नितिन सपा से तीन बार विधायक रहे। अखिलेश सरकार में मंत्री भी बने। बाद में पाला बदलते हुए चौथी बार भाजपा से विधायक बने हैं।
कपिल देव अग्रवाल, विधायक मुजफ्फरनगर सदर
- उम्र : 66 वर्ष
- शिक्षा : स्नातक
- जाति : वैश्य
राजनीतिक सफर : पहली बार 2016-17 में उपचुनाव में विधायक बने। उसके बाद 2017 और अब तीसरी बार विधायक बने हैं। वह योगी सरकार 2017 में योगी सरकार में व्यावसायिक शिक्षा और कौशल विकास राज्य मंत्री(स्वतंत्र प्रभार) रहे।
रवींद्र जायसवाल, विधायक वाराणसी उत्तर
- उम्र : 56
- शिक्षा : परास्नातक
- जाति : वैश्य
राजनीतिक सफर : पिता संघ के स्वयंसेवक थे। उनकी इच्छा थी कि पिता बेटा राजनीति के जरिए जनसेवा करे। वह पहली बार 2012 में विधायक बने। अब तीसरी बार विधायक हैं।
गुलाब देवी, विधायक चंदौसी
- उम्र : 67 वर्ष
- शिक्षा : एमए, बीएड
- जाति : धोबी
राजनीतिक सफर : पहली बार 1991 में विधायक बनीं। अब चौथी बार विधायक बनी हैं। वह कल्याण सिंह, राजनाथ सिंह और योगी सरकार 2017 में राज्य मंत्री बनीं।
गिरीश चंद्र यादव, विधायक जौनपुर
- उम्र : 49 वर्ष
- शिक्षा : स्नातक
- जाति : यादव
राजनीतिक सफर : वह पहली बार 2017 में विधायक बने और योगी सरकार में राज्य मंत्री बने। अब दूसरी बार विधायक बने हैं।
धर्मवीर प्रजापति, एमएलसी
उम्र : 59
शिक्षा : आयुर्वेदिक चिकित्सक
राजनीतिक सफर : संघ के स्वयंसेवक रहे धर्मवीर प्रजापति भाजपा संगठन में कई दायित्व संभाले। वह 2019 में माटी कला बोर्ड के अध्यक्ष बने। उसके बाद उन्हें एमएलसी और राज्य मंत्री बनाया गया।
असीम अरुण, विधायक कन्नौज
- उम्र : 51 साल
- शिक्षा : नीति अध्ययन विषय में मास्टर्स, ब्रिटिश कोलंबिया विश्वविद्यालय से
- जाति : दलित
राजनीतिक सफर : 16 जनवरी 2022 को भाजपा में शामिल होने के पहले आईपीएस अधिकारी थे। वीआरएस लेने के पहले कानपुर के पुलिस कमिश्नर पद पर तैनात थे।
जेपीएस राठौर
- उम्र : 51 साल
- शिक्षा : एम-टेक, आईआईटी बीएचयू से
- जाति : क्षत्रिय
राजनीतिक सफर : 21 वर्ष से अधिक समय से भाजपा में सक्रिय। बाल स्वयंसेवक रहे। 1996 में बीएचयू के छात्रसंघ के अध्यक्ष चुने गए। 2000 तक एबीवीपी में विभिन्न पदों पर रहे। 2000 में भाजपा से जुड़ने के बाद तमाम पदों पर रहे। 2019 में प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अध्यक्ष बने। किसी सदन के सदस्य नहीं हैं।
दयाशंकर सिंह, विधायक बलिया
उम्र : 51 साल
शिक्षा : पीजी, लखनऊ विश्वविद्यालय से
जाति : क्षत्रिय
राजनीतिक सफर : लखनऊ विवि में छात्र राजनीति से शुरुआत। एलयू के छात्रसंघ अध्यक्ष रहे। भाजपा के राष्ट्रीय सचिव व भाजयुमो के उपाध्यक्ष रहे। 2007 में भी बलिया से विधानसभा चुनाव लड़े थे, लेकिन हार मिली थी।
नरेंद्र कश्यप
उम्र : 59 साल
शिक्षा : एलएलबी
जाति : मल्लाह (ओबीसी)
राजनीतिक सफर : 2010 से 2016 तक बसपा के राज्यसभा सांसद रहे। भाजपा में शामिल होने के बाद प्रदेश भाजपा के पिछड़ा मोर्चा का अध्यक्ष बनाया गया था। फिलहाल किसी सदन के सदस्य नहीं हैं।
दिनेश प्रताप सिंह, एलएलसी
- उम्र : 54 साल
- शिक्षा : स्नातक
- जाति : क्षत्रिय
राजनीतिक सफर : कांग्रेस के टिकट पर पहली बार 2010 में और दूसरी बार 2016 में एमएलसी बने थे। 2018 में भाजपा में शामिल हुए और 2019 में सोनिया गांधी के खिलाफ चुनाव लड़ा था। रायबरेली स्थानीय निकाय सीट से भाजपा के एमएलसी प्रत्याशी हैं।
अरुण कुमार सक्सेना, विधायक, बरेली
- उम्र : 73 साल
- शिक्षा : एमीबीबीएस, केजीएमयू से
- जाति : कायस्थ
राजनीतिक सफर : पेशे से डॉक्टर। क्षेत्र में नामी फिजिशन के तौर पर पहचान। 2012 में पहली बार बरेली सीट से जीतकर विधायक बने। इस बार वह तीसरी बार निर्वाचित हुए हैं।
दयाशंकर मिश्र दयालु
- उम्र : 54 साल
- शिक्षा : पीएचडी, बीएचयू
- जाति : ब्राह्मण
राजनीतिक सफर : 2017 के विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए थे। पूर्वांचल विकास बोर्ड के उपाध्यक्ष बनाए गए। डीएवी इंटर कॉलेज, वाराणसी में प्रधानाचार्य हैं। फिलहाल किसी सदन के सदस्य नहीं हैं।
मयंकेश्वर शरण सिंह, विधायक तिलाई
- उम्र : 51 साल
- शिक्षा : स्नातक, लखनऊ विश्वविद्यालय
- जाति : क्षत्रिय
राजनीतिक सफर : अमेठी की तिलोई सीट से पांचवीं बार विधायक। 2005 में भाजपा का साथ छोड़ सपा के साथ हो लिए और 2012 में सपा के सिंबल पर चुनाव हारने तक सपाई रहे। इसके बाद भाजपा लौट आए और 2017 व 2022 में चुनाव जीते।
दिनेश खटीक, विधायक हस्तिनापुर
- उम्र : 44 साल
- शिक्षा : 8वीं
- जाति : दलित
राजनीतिक सफर : दूसरी पीढ़ी के संघ कार्यकर्ता हैं। 2017 में राजनीति में आए और हस्तिनापुर से पहली बार विधानसभा पहुंचे। 2021 में योगी सरकार के दूसरे विस्तार में मंत्रिमंडल में शामिल किया गया। पिछली सरकार में जलशक्ति मंत्रालय के राज्यमंत्री थे।
संजीव गोंड, विधायक ओबरा
- उम्र : 47 साल
- शिक्षा : स्नातक, ओबरा कॉलेज
- जाति : अनुसूचित जनजाति
राजनीतिक सफर : 2008 से सक्रिय राजनीति में हैं। भाजपा में शामिल होने से पहले 2017 में सपा के जिला सचिव थे। 2017 में ओबरा सीट से पहली बार विधानसभा पहुंचे और योगी सरकार के दूसरे विस्तार में राज्यमंत्री बनाया गया था।
अजीत पाल
- उम्र : 44 साल
- शिक्षा : एमटेक, खारकीव, यूक्रेन
- जाति : गड़रिया (ओबीसी)
राजनीतिक सफर : पिता मथुरा प्रसाद पाल तीन बार विधायक रहे। तब अजीत केमिकल इंजिनियर थे। पिता के निधन के बाद वह राजनीति में आए और उनकी खाली सीट, सिकंदरा से 2017 के उपचुनाव में जीते। 2019 में योगी सरकार में राज्यमंत्री बने।
जसंवत सैनी
- उम्र : 51 साल
- शिक्षा : एमए, एलएलबी, मेरठ विश्वविद्यालय
- जाति : ओबीसी
राजनीतिक सफर : लंबे समय से भाजपा के सक्रिय कार्यकर्ता। संगठन में पिछड़ा मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष बने। 2021 में राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष बने। फिलहाल किसी सदन के सदस्य नहीं हैं।
रामकेश निषाद, विधायक तिंदवारी
- उम्र : 47 साल
- शिक्षा : स्नातक
- जाति : मल्लाह (ओबीसी)
राजनीतिक सफर : बांदा की तिंदवारी सीट से जीतकर विधानसभा पहुंचे हैं। भाजपा के सक्रिय कार्यकर्ता रहे। चुनाव तक भाजपा की बांदा इकाई के जिला अध्यक्ष रहे।
मनोहर लाल मन्नू कोरी, विधायक, मेहरौनी
- उम्र : 68 साल
- शिक्षा : 10वीं
- जाति : दलित
राजनीतिक सफर : कभी पिता के साथ मूर्तियां बनाने वाले मन्नू कोरी 1995 से ही जिले की राजीनीति में सक्रिय रहे। वह खुद, पत्नी और बेटा जिला पंचायत सदस्य का चुनाव जीतते-हारते रहे। 2012 के विधानसभा चुनाव में हार मिली। 2017 में ललितपुर की मेहरौनी सीट से विधायक बने। 2019 में राज्यमंत्री बने।
संजय गंगवार, विधायक, पीलीभीत
उम्र : 47 साल
शिक्षा : स्नातक
जाति : कुर्मी (ओबीसी)
राजनीतिक सफर : भाजपा में लंबे समय से सक्रिय। दूसरी बार पीलीभीत सदर सीट से जीतकर विधान सभा पहुंचे हैं।
बृजेश सिंह, विधायक, देवबंद
उम्र : 57 साल
शिक्षा : स्नातक, आयुर्वेद शास्त्री, गुरुकुल आयुर्वेद
जाति : क्षत्रिय
राजनीतिक सफर : भाजपा में काफी समय से सक्रिय। 2017 में पहली बार मुस्लिम बहुल देवबंद सीट से जीतकर विधानसभा पहुंचे थे।
केपी मलिक, विधायक बड़ौत
उम्र : 61 साल
शिक्षा : 10वीं
जाति : जाट
राजनीतिक सफर : 34 साल का राजनीतिक करियर। सभासदी से राजनीतिक पारी शुरू की। सहकारी विकास बैंक लिमिटेड के निदेशक और एमएलसी रहे। 2017 में बड़ौत सीट से पहली बार विधायक बने थे।
सुरेश राही, विधायक हरगांव
- उम्र : 50 साल
- शिक्षा : पीजी, कानपुर विश्वविद्यालय
- जाति : दलित
राजनीतिक सफर : पिता रामलाल राही पूर्व पीएम नरसिम्हाराव की सरकार में गृह राज्यमंत्री थे। सुरेश जब राजनीति में आए तो उन्होंने पिता की ही हरगांव सीट से हाथ आजमाया। 2017 में पहली बार विधायक चुने गए थे।
सोमेंद्र तोमर, विधायक मेरठ दक्षिण
- उम्र : 41 साल
- शिक्षा : पीएचडी, चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय मेरठ
- जाति : ओबीसी
राजनीतिक सफर : 1999 में एबीवीपी से जुड़कर छात्र राजनीति शुरू की। 2012 में मेरठ दक्षिणी सीट से लड़े पर हार गए। 2017 में पहली बार इसी सीट से विधायक बने थे।
अनूप प्रधान वाल्मीकि, विधायक खैर
उम्र : 40 साल
शिक्षा : 10वीं
जाति : दलित
राजनीतिक सफर : 17 साल से राजनीति में सक्रिय। अलीगढ़ की खैर विधानसभा सीट से लगातार दूसरी बार विधायक बने हैं। 2010 में धर्मपुर रकराना से ग्राम प्रधान चुने गए। 2012 में खैर विधानसभा से चुनाव लड़े और हार गए थे।
प्रतिभा शुक्ला, विधायक अकबरपुर रनिया
- उम्र : 62
- शिक्षा : पीजी, सीएसजेएम विश्वविद्यालय, कानपुर
- जाति : ब्राह्मण
राजनीतिक सफर : 2006 में राजनीति में आने से पहले सामाजिक कार्यकर्ता थीं। 2007 में बसपा के टिकट पर चौबेपुर सीट से पहली बार विधानसभा पहुंचीं। 2017 भाजपा के टिकट पर अकबरपुर रनिया सीट से जीतीं।
राकेश राठौर गुरु, विधायक, सीतापुर
- उम्र : 49
- शिक्षा : 8वीं
- जाति : ओबीसी
राजनीतिक सफर : स्कूटर मिस्त्री थे। वह आरएमपी रोड पर स्कूटर मिस्त्री का काम करते थे। अभी उनकी इनवर्टर की दुकान है। सीतापुर सदर सीट से भाजपा विधायक रहे राकेश राठौर ने जब चुनाव के पहले भाजपा छोड़ी तो भाजपा ने उन्हीं के हमनाम राकेश राठौर, जो कि गुरु नाम से चर्चित हैं, को टिकट दिया था।
रजनी तिवारी, विधायक शाहाबाद
- उम्र : 47 साल
- शिक्षा : स्नातक, आर्य कन्या डिग्री कॉलेज, हरदोई
- जाति : ब्राह्मण
राजनीतिक सफर : चौथी बार विधानसभा पहुंची हैं। पति पूर्व विधायक स्वर्गीय उपेंद्र तिवारी की राजनीतिक विरासत संभालते हुए वह पहली बार 2008 में बिलग्राम से उपचुनाव जीतकर विधायक बनी थीं।
सतीश शर्मा, विधायक दरियाबाद
- उम्र : 39 साल
- शिक्षा : पीजी, जेएनएम पीजी कॉलेज, बाराबंकी
- जाति : ब्राह्मण
राजनीतिक सफर : पूर्व मंत्री अरविंद सिंह गोप को हराकर दूसरी बार विधानसभा पहुंचे हैं। पारिवारिक जुड़ाव आरएसएस और भाजपा से रहा है। भाजपा युवा मोर्चा जिला उपाध्यक्ष के तौर पर राजनीतिक पारी शुरू की थी।
दानिश आजाद अंसारी
- उम्र : 34 साल
- शिक्षा : पीजी, पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन
- जाति : जुलाहा (अल्पसंख्यक)
राजनीतिक सफर : एबीवीपी के सक्रिय सदस्य रहे हैं। भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चे के प्रदेश महामंत्री हैं। फखरुद्दीन अली मेमोरियल समिति के सदस्य और राज्य भाषा समिति के भी सदस्य भी रहे। फिलहाल किसी भी सदन के सदस्य नहीं हैं।
विजय लक्ष्मी गौतम, विधायक सलेमपुर
- उम्र : 59 साल
- शिक्षा : एमए, गोरखपुर विश्वविद्यालय
- जाति : दलित
राजनीतिक सफर : 1992 में भाजपा से राजनीतिक सफर शुरू किया। 2012 में भाजपा ने सलेमपुर से टिकट दिया, लेकिन चुनाव हार गईं। भाजपा ने टिकट काटा तो 2017 में सपा में शामिल हो गई, चुनाव लड़ा और हार गईं। 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा में लौटीं।
![](https://jagatbhumi.com/wp-content/uploads/2023/11/WhatsApp-Image-2024-03-18-at-1.37.36-PM.jpeg)