रायपुर कवर्धा कांड में बीजेपी में मंत्री मोहम्मद अकबर को बर्खास्त करने की मांग कर रही है। साथ ही सरकार पर एकपक्षीय कार्रवाई का आरोप लगा रही है। सीधे तौर पर इस घटना के लिए भूपेश सरकार के परिवहन मंत्री मोहम्मद अकबर को जिम्मेदार ठहरा रही है। पूरे प्रदेश में वीएचपी ने मंत्री को बर्खास्त करने के लिए प्रदर्शन किया है।
पूर्व सीएम रमन सिंह ने भी तीन दिन पहले कवर्धा लाठीचार्ज में घायल हुए लोगों से जाकर मुलाकात की थी। इसके बाद बीजेपी ने मंत्री मोहम्मद अकबर पर हमले तेज कर दिए हैं। मंत्री का नाम इसमें उछलने के बाद सीएम भूपेश बघेल ने नया राग छेड़ दिया है, उन्होंने आरएसएस की तुलना नक्सलियों से कर दी है।
भूपेल बघेल ने कहा कि जिस तरह से छत्तीसगढ़ में सक्रिय नक्सलियों को दूसरे राज्यों में बैठे उनके वरिष्ठ नेता निर्देशित करते हैं, उसी प्रकार आरएसएस कार्यकर्ताओं को नागपुर से संचालित किया जा रहा है।
महाराष्ट्र के नागपुर शहर में आरएसएस का मुख्यालय है। सीएम ने कहा कि कवर्धा हिंसा की निष्पक्ष जांच होगी। छत्तीसगढ़ में आरएसएस के लोगों का 15 साल तक कोई काम नहीं हुआ।
वे बंधुआ मजदूर की तरह काम करते रहे, आज इनकी नहीं चलती है। सभी नागपुर से संचालित होते हैं।
बघेल ने कहा कि जिस तरह नक्सलियों के नेता आंध्रप्रदेश, तेलंगाना और दूसरे राज्यों में हैं और यहां के लोग केवल गोली चलाने और गोली खाने का काम करते हैं, उसी तरह आरएसएस की स्थिति भी यही है। यहां आरएसएस के लोगों का कोई बखत नहीं है, जो कुछ है वह नागपुर से करते हैं।
प्रदेश में सियासी तापमान बढ़ गया है। बीजेपी इसे धर्म से जोड़कर भूपेश बघेल को घेर रही है। इस बीच राज्यपाल अनुसुइया उइके ने सीएम भूपेश बघेल को एक चिट्ठी लिखी है। इसमें उन्होंने घटना की निष्पक्ष जांच की मांग की है।