मथुरा वृंदावन के विश्व प्रसिद्ध ठाकुर बांके बिहारी मंदिर में देर रात दर्शन के लिए उमड़ी भीड़ में भगदड़ मचने से दो श्रद्धालुओं की मौत हो गई और कई घायल हो गए. चश्मदीदों ने मंदिर में प्रशासन की तैयारियों पर सवाल खड़ा किया. वहीं कुछ ऐसे एक्सक्लुसिव वीडियो भी सामने आए हैं, जिन्हें देखकर आप खुद अंदाजा लगा सकते हैं कि जिले के अधिकारियों से सुरक्षाकर्मियों तक, यह लोग श्रद्धालुओं की सुरक्षा को लेकर कितने गंभीर थे.
विश्व प्रसिद्ध बांके बिहारी मंदिर में मंगला आरती का समय था और जिले के 3 बड़े अधिकारी डीएम नवनीत सिंह चहल, एसएसपी अभिषेक यादव और नगर आयुक्त अनुनय झा व्यवस्था को संभालने की जगह वीडियो बना रहे थे. यही लापरवाही मंदिर में हादसे का कारण बनी. मंदिर में मंगला आरती के समय मची भगदड़ में दो श्रद्धालुओं की मौत हो गई औऱ कई गंभीर रूप से घायल हो गए.
कई अन्य वीडियो भी श्री कृष्ण जन्मस्थान के सामने आए हैं, जहां अभिषेक के बाद राधा कृष्ण के दर्शन कर श्रद्धालु आगे बढ़ रहे थे. यहां व्यवस्था को संभालने के लिए एसएसपी अभिषेक यादव भगवान के विग्रह के सामने मौजूद थे. एसएसपी के सामने ही पुलिसकर्मी बड़ी संख्या में सेल्फी और वीडियो बना रहे थे. इस दौरान सुरक्षा को लेकर पुलिस कर्मियों की लापरवाही देखने को मिली. यहां सुरक्षा को लेकर पुलिसकर्मी गंभीर दिखाई नहीं दे रहे थे.
हर साल श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ती है. इस बार भी जैसे ही 20 अगस्त को मंदिर के पट 1:45 खुले तो श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा और एग्जिट गेट से भी एंट्री होने लगी, जिसके चलते निकलने का रास्ता भी ब्लॉक हो गया. इसी बीच में यह हादसा हुआ. जिसमें 2 लोगों की मौत भी हुई है और दर्जनों भर व्यक्ति घायल भी हुए हैं. वहीं एसएसपी ने घटना को लेकर बताया कि भक्तों की भारी भीड़ थी, इसलिए परिसर के अंदर लोगों का दम घुट गया और 2 लोगों की जान चली गई.
जब हादसा हुआ उस समय डीएम, एसएसपी, नगर आयुक्त सहित भारी पुलिस बल मौजूद था. हादसा होते ही पुलिस और निजी सुरक्षा कर्मियों ने बेहोश हो रहे श्रद्धालुओं को मंदिर से निकालना शुरू कर दिया और अस्पताल पहुंचाया. श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर ब्रजभूमि में धार्मिक उत्साह और उमंग के बीच सैकड़ों विदेशियों सहित भारी संख्या में कृष्ण भक्तों ने विभिन्न कृष्ण मंदिरों में शुक्रवार को पूजा-अर्चना की और धूमधाम से उत्सव में भाग लिया था.