क़ब्रिस्तान में परिवार के सिवाय किसी को घुसने नहीं दिया।लाखों की भीड़ को इक़बाल व दृढ़ इच्छाशक्ति से नियंत्रित किया।
माफिया का भाई, जिलाधिकारी आर्यका अखौरी की चेतावनी को भाँप गया और सारी अकड़ ढीली पड़ गई।
योगी आदित्यनाथ की माफियाओं के प्रति ‘जीरो टॉलरेंस’ की शक्ति जो पीछे थी- माफिया जेल में या फिर ऊपर।