दुर्ग एक राइस मिल में काम करते हुए मजदूर रोलर में फंस गया। इससे वह बुरी तरह से घायल हो गया। उसे खून से लथपथ हालत मे दुर्ग जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां उसने दम तोड़ दिया। जेवरा सिरसा पुलिस ने मर्ग कायम कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
पुलिस की प्रारंभिक जांच में पाया गया है कि मिल संचालक सुरक्षा मानकों और नियमों को ताक में रखकर मजदूरों से काम ले रहा था।
जानकारी के मुताबिक नरेश अग्रवाल की जगदम्बा राइस मिल में बुधवार रात जावेद निषाद, रईस खान और शंभु पटेल सहित कई मजदूर काम कर रहे थे गुरुवार सुबह 4-5 बजे के करीब अचानक दूसरे मजदूरों को चिल्लाने की आवाज आई। उन्होंने देखा कि शंभु मिल के रोलर में फंसा हुआ है। कर्मचारियों ने तुरंत मशीन को बंद किया और किसी तरह से शंभु को रोलर से बाहर निकाला और जिला अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
शंभु पटेल (40) पिता जयंत पटेल कचांदुर का रहने वाला है। वह पिछले कई सालों से इसी राइस मिल में काम करता आ रहा है। उसके पास ऑपरेटर की ट्रेनिंग न होने के बाद भी उससे मशीन ऑपरेट करवाई जाती थी। घटना के दिन भी शंभु रोलर मशीन को ऑपरेट कर रहा था। अचानक उसकी आंख लग गई और वह रोलर की चपेट में आ गया।
चौकी प्रभारी सीताराम ध्रुव ने बताया कि प्रथम दृष्ट्या जांच में सुरक्षा मानकों और नियमों की अनदेखी पाई जा रही है। उद्योग एवं सुरक्षा विभाग भी मामले की जांच करेगा।
मिल में मशीन ऑपरेटर के पद पर डिप्लोमा व डिग्री धारक ट्रेंड युवक को रखा जाता है, पर मालिक ने एक अंट्रेंड और बिना डिग्री धारक को कम वेतन के लालच में रख लिया था। उसे सुरक्षा के पर्याप्त संसाधन भी मुहैय्या नहीं कराई गई थी।