



भिलाई टाउनशिप में जन समस्या से जुड़े मुद्दों को लेकर PIL वार शुरू हो गया है। एक तरफ विधायक देवेंद्र यादव ने गंदे पानी को लेकर मोर्चा खोल दिया है। उनका कहना है कि कई बार निर्देश के बाद भी बीएसपी पानी की समस्या को दूर नहीं कर पा रहा है। अब वह इसके लिए जनहित याचिका लगाएंगे। वहीं दूसरी तरफ OA (बीएसपी ऑफिसर्स एसोसिएशन) का कहना है कि जन समस्या को लेकर PIL लगना अच्छी बात है। वह किसी का विरोध नहीं कर रहे। OA का कहना है कि वह खुद टाउनशिप के मकानों, दुकानों और खाली जमीन से बेजाकब्जा हटवाने के लिए PIL दाखिल करेंगे।
विधायक ने बीएसपी प्रबंधन के खिलाफ खुलकर मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने पिछले दिनों बेजाकब्जा कार्रवाई को एक राजनीति का हिस्सा बताते हुए इसका विरोध किया था। इतना ही बेजाकब्जा खाली कराए गए लोगों से कहा था कि वे फिर से अपनी पुरानी जगह पर कब्जा करें अगर कोई विरोध करेगा तो वह खुद वहां खड़े होंगे।
इसके बाद बाद गंदे पानी का मुद्दा उठाते हुए बीएसपी प्रबंधन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। दूसरी तरफ BSP का ऑफिसर्स एसोसिएशन भी विरोध में खड़ा हो गया है। उन्होंने किसी राजनीतिक पार्टी या राजनेता व विधायक का नाम तो नहीं लिया, लेकिन यह चेतावनी जरूर दी है कि अगर वह नहीं माने तो वे मुंहतोड़ जवाब देने के लिए तैयार हैं।
OA ने भी बैठक करके बेजाकब्जा धारकों को संरक्षण देने वालों के खिलाफ FIR करने और चुनाव में देख लेने की धमकी दी है। OA के अध्यक्ष एनके बंछोर का कहना है कि टाउनशिप में बेजाकब्जा का पूरा खेल चल रहा है। जब बीएसपी इनके खिलाफ कार्रवाई कर रही है तो उन्हें राजनीतिक संरक्षण मिल रहा है। इसलिए उन्होंने तय किया है कि वह खुद इस मुद्दे को लेकर हाईकोर्ट में PIL दायर करेंगे।
गंदे पानी के लिए BSP ही नहीं निगम प्रशासन भी जिम्मेदार
टाउनशिप में 30 हजार से अधिक आवासों व व्यावसायिक प्रतिष्ठानों में गंदे पानी की सप्लाई हो रही है। इसके लिए भिलाई इस्पात संयंत्र प्रबंधन ने सक्रियता दिखाई, लेकिन समस्या का समाधान नहीं हो पाया है। पानी के मुद्दे पर राजनीति शुरू होने के बाद बीएसपी ने एक 10 सदस्यीय टास्क फोर्स का गठन भी किया है।
टीम मरोदा जलाशय में आपूर्ति होने वाले पानी की क्वालिटी की जांच से लेकर फिल्टर प्लांट में डोजिंग की प्रक्रिया एवं घरों तक पानी की आपूर्ति आदि की जांच, मूल कारणों की पहचान पर रिपोर्ट प्रबंधन को देंगे। इसके बाद भी BSP को गंदे पानी के लिए जिम्मेदार बताए जाने पर OA का कहना है कि इसके लिए केवल BSP जिम्मेदार नहीं है, बल्कि निगम व शासन प्रशासन से जुड़े वो लोग भी जिम्मेदार हैं जो यहां मकान अलाट कर रह रहे हैं। उनका कहना है कि इन लोगों को इस समस्या के निदान के लिए प्रयास करना चाहिए।