भिवानी के खनन क्षेत्र डाडम में पहाड़ खिसकने से बड़ा हादसा हो गया है। सूत्रों के अनुसार, हादसे में दो लोगों की मौत हो गई है, उनके शव मलबे से निकाले गए हैं। मौतों का आंकड़ा बढ़ सकता है।मौके पर मौजूद लोगों के अनुसार, मलबे में करीब 15-20 लोग और 10 गाड़ियां दबी हैं। मौतों की अभी तक कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हो पाई है। हरियाणा पुलिस के अनुसार, दो लोगों के घायल होने की सूचना है। डाडम में बड़े स्तर पर पहाड़ खनन का काम होता है।
प्रदूषण के चलते 2 महीने पहले खनन कार्य पर रोक लगा दी गई थी। बंद पड़े क्रशरों को शुक्रवार को ही हरियाणा प्रदूषण बोर्ड ने चलाने की अनुमति दी थी। हादसे के बाद मौके पर चीख पुकार मच गई। चीखें सुनते ही आसपास काम कर रहे मजदूर साथियों को बचाने दौड़ पड़े।
जानकारी के अनुसार, डाडम के खनन क्षेत्र में लगभग नौ हजार लोग काम करते हैं। इनमें प्रवासी ज्यादा हैं। ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि हताहतों में प्रवासी अधिक होंगे। भिवानी में प्रदूषण को लेकर 10 नवंबर से एनजीटी के निर्देशानुसार सभी क्रशर इकाइयां व फैक्टरियां बंद कर दी गई थीं। इसके चलते विद्युत विभाग ने खानक व डाडम के क्रशरों की बिजली आपूर्ति बंद कर दी थी।
बिजली कट जाने के बाद खानक व आसपास की लगभग 250 क्रशर इकाइयां बंद पड़ी थीं। क्रशर इकाइयों के बंद होने से क्रशर मालिकों को 15 लाख रुपये से ज्यादा का घाटा हो रहा था।वहीं क्रशर इकाई बंद होने के कारण क्रशर व रोड़ी की कीमतों में 400 से 500 रुपये प्रति टन बढ़ोतरी हो गई थी।
लगभग सभी क्रशर का स्टॉक भी खत्म हो गया था। जिसके कारण मकान बनाने व अन्य कार्यों के लिए इस्तेमाल सामग्री नहीं मिलने से काम भी बंद हो गए थे। क्रशर बंद होने से तोशाम के बाजारों में भी मंदी का दौर शुरू हो गया था।हादसे के बाद मौके पर पहुंचे कृषि मंत्री जेपी दलाल ने कहा कि कुछ लोगों की मौत हुई है लेकिन मैं अभी सटीक आंकड़े नहीं दे सकता।
डॉक्टरों की टीम पहुंच गई है। हम ज्यादा से ज्यादा लोगों को बचाने की कोशिश कर रहे हैं। बचाव कार्य शुरू कर दिया गया है और पुलिस भी मौके पर पहुंच गई है। सूत्रों के अनुसार, कुछ घायलों को हिसार ले जाया जा रहा है।