मध्य प्रदेश विधानसभा के वर्तमान और दाे पूर्व अध्यक्ष त्रिकोणीय मुकाबले में फंस गए हैं। वर्तमान अध्यक्ष गिरीश गौतम के सामने उनके भतीजे पद्मेश गौतम कांग्रेस से लड़ रहे हैं तो सपा से सीमा जयवीर सिंह मैदान में हैं। इसी तरह पूर्व अध्यक्ष एनपी प्रजापति गोटेगांव से कांग्रेस के टिकट पर मैदान में हैं। कांग्रेस ने यहां से पहले पूर्व विधायक शेखर चौधरी को प्रत्याशी बनाया था और फिर उनके स्थान पर प्रजापति को टिकट दे दिया। वे निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं,जिससे मुकाबला त्रिकोणीय हो गया है।
यही स्थिति होशंगाबाद विधानसभा क्षेत्र की भी है। यहां पूर्व अध्यक्ष डा. सीतासरन शर्मा का मुकाबला कांग्रेस के गिरिजा शंकर शर्मा है, जो दो बार भाजपा से विधायक रहे चुके हैं। यहां भाजपा के बागी भगवती चौरे की उपस्थिति ने चुनाव को त्रिकोणीय बना दिया है। इनमेें तीन सीटों पर विधानसभा के वर्तमान और पूर्व अध्यक्षों की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है। देवतालाब सीट से वर्तमान अध्यक्ष गिरीश गौतम का मुकाबला भतीजे कांग्रेस के पद्मेश गौतम और सीमा जयवीर सिंह से है। पद्मेश ने जिला पंचायत के चुनाव में गिरीश गौतम के बेटे राहुल को चुनाव हराया था। वहीं, सीमा ने बसपा से 2018 में विधानसभा चुनाव लड़ा था और दूसरे स्थान पर रही थीं। उन्होंने 43 हजार 963 मत पाए थे। जबकि, कांग्रेस यहां तीसरे स्थान पर रही थी। इस बार भी मुकाबला कड़ा बताया जा रहा है। यही स्थिति गोटेगांव और होशंगाबाद विधानसभा क्षेत्र को लेकर भी है।