भिलाई: हैवी ट्रांसपोर्ट कंपनी (HTC) के संचालक और ट्रक ट्रेलर एसोसिएशन के अध्यक्ष इंद्रजीत सिंह उर्फ छोटू को धमकी भरा पत्र भेजने वाले का पता लगा लिया है। यह लेटर किसी दुश्मन ने नहीं बल्कि छोटू के साथ उठने वाले ट्रांसपोर्टर दोस्त सतबीर सिंह उर्फ सोनू ने भेजा था। सोनू ने लेटर बॉक्स में पत्र डालने के लिए अपने सुपरवाइजर राजेश गुप्ता को भेजा था। जिसकी तस्वीर CCTV कैमरे में कैद हो गई और पुलिस आरोपियों तक पहुंच गई।
मंगा सिंह बड़े ट्रांसपोर्टर हुआ करते थे। उनकी मौत के बाद यह कारोबार उनके बेटे सतबीर सिंह उर्फ सोनू ने संभाला। छोटू ने व्यापार को बढ़ाने में सोनू की मदद की। दोनों अच्छे दोस्त हो गए थे। सोनू का छोटू के ऑफिस में अक्सर आना जाना और बैठना होता था। लेकिन उसने यह काम क्यों किया समझ से परे हैं। छोटू का कहना है कि उनका बीएसपी में बड़ा काम चल रहा है। वो यूनियन के प्रेसीडेंट भी है। शायद सोनू उन्हें मारकर यह सब हासिल करने की योजना बना रहा था। तभी उसने अपने खुर्सीपार निवासी अपने सुपरवाइजर राजेश गुप्ता (46 साल) को पत्र पोस्ट करने सेक्टर 2 भेजा था।
दुर्ग एसपी डॉ. अभिषेक ने बताया कि पुलिस ने धमकी भरा पत्र भेजने वाले का सीसीटीवी फुटेज निकाल लिया है। फुटेज से पुलिस ने आरोपी की पहचान कर ली है। जल्द ही दोनों आरोपियों को पुलिस गिरफ्तार करेगी।
दुर्ग पुलिस की स्पेशल टीम ने छोटू को भेजे गए धमकी भरे पत्र की जांच की है। जांच में पता चला कि धमकी भरा पत्र 25 दिसंबर 2022 को सेक्टर 2 के स्ट्रीट पोस्ट बॉक्स से पोस्ट किया गया है। पुलिस ने उस स्ट्रीट का पूरे दिन का सीसीटीवी फुटेज खंगाला तो पता चला कि उस दिन उस बॉक्स में केवल एक ही पत्र पोस्ट किया गया है और वह है धमकी भेजने वाले का।
पुलिस के मुताबिक धमकी भरा पत्र पोस्ट करने वाला आरोपी 35-40 साल के बीच का व्यक्ति है। वह ब्लैक कलर की स्प्लैंडर प्लस बाइक से आया था। दोपहर करीब 11.20 बजे वह लाल रंग के पोस्टल बॉक्स के पास रुका और उसमें लेटर डालता हुआ दिखाई दे रहा है। फुटेज के आधार पर पुलिस ने आरोपी पहचान की और उसके जरिए मुख्य आरोपी का पता चला।
छोटू जिले के सबसे बड़े ट्रांसपोर्ट HTC का मालिक हैं। कुछ दिन पहले उसका भूपेंद्र ट्रांसपोर्ट के संचालक भूपेंद्र यादव उर्फ छोटू और देवेंद्र यादव से झगड़ा भी हुआ था। भूपेंद्र यादव ने आरोप लगाया था कि इंद्रजीत ने उसका बीएसपी का काम छीन लिया है। धमकी भरे पत्र में काम छीनने का जिक्र है। इतना ही नहीं जिस युवक का चेहरा सीसीटीवी फुटेज में आया है वह भी ट्रांसपोर्टर की तरह लग रहा है। इंद्रजीत ने भी भूपेंद्र और देवेंद्र के ऊपर शक जाहिर किया था। इसके चलते पुलिस की शक की सुई उधर ही घूम रही थी, लेकिन आरोप वो लोग न निकल कर दोस्त निकल गया।
ट्रांसपोर्टर छोटू को धमकी भरे लेटर में लिखा गया था कि “छोटू क्यों इतना दुश्मनी पाल रहा है पूरे शहर से दुर्ग से रायपुर तक पूरे छत्तीसगढ़ तक तेरे पीछे आदमी लोग मारने के लिए बाहर से आ गये हैं। इतना पैसा क्या करेगा। आप भी लोगों का काम मत छीनो” छोटू ने इसकी शिकायत भिलाई तीन थाने में दर्ज कराई है.