हालांकि, मेनका गांधी और वरुण गांधी को नई कार्यकारिणी से बाहर कर दिया गया है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा के बाद वरुण गांधी लगातार योगी और मोदी सरकार पर हमलावर हैं। इसे देखते हुए मां मेनका गांधी और बेटा वरुण गांधी को कार्यकारिणी में जगह नहीं दी गई है।
पीलीभीत से भाजपा सांसद वरुण गांधी लखीमपुर खीरी कांड पर हर दिन ट्वीट कर योगी सरकार पर दबाव बना रहे हैं।आज भी लखीमपुर कांड पर ट्वीट किया और अपनी ही सरकार को आड़े हाथ लिया। वरुण गांधी ने लिखा कि यह वीडियो बिल्कुल शीशे की तरह साफ है। प्रदर्शनकारियों का मर्डर करके उनको चुप नहीं करा सकते हैं। निर्दोष किसानों का खून बहाने की घटना के लिए जवाबदेही तय करनी होगी। हर किसान के दिमाग में उग्रता और निर्दयता की भावना भरे इसके पहले उन्हें न्याय दिलाना होगा।
भाजपा कार्यसमिति के मनोनित सदस्यों में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान सहित कई केंद्रीय मंत्री, सांसद व वरिष्ठ नेता शामिल हैं। कार्यसमिति में पूर्व मंत्रियों हर्षवर्धन, प्रकाश जावड़ेकर और रविशंकर प्रसाद को भी जगह दी गई है। वहीं फिल्म अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती को भी जगह दी गई है।