नई दिल्ली – कोरोना के नए वैरिएंट जेएन.1 का खौफ जहां व्याप्त होना शुरू हो गया है वहीं, केंद्र सरकार ने राज्यों को एडवाइजरी जारी कर दी है। एडवाइजरी में राज्यों को बिल्कुल भी लापरवाही न बरतते हुए परामर्श दिया गया है कि जिलेवार इन्फ्लूएंज जैसी बीमारी और गंभीर तीव्र श्वसन बीमारी के मामलों की निगरानी, रिपोर्ट करने और एकीकृत स्वास्थ्य सूचना मंच में विवरण अपडेट दिया जाए। राज्यों को नियमित आधार पर जिलेवार एसएआरआई और आईएलआई मामलों की रिपोर्ट और निगरानी करनी होगी।
राज्यों को ज्यादा संख्या में आरटी-पीसीआर परीक्षणों सहित पर्याप्त परीक्षण सुनिश्चित करने की सलाह दी गई, साथ ही जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए पॉजिटिव नमूने INSACOG प्रयोगशालाओं में भेजने की सलाह दी गई। इसमें कहा गया कि राज्यों को सभी जिलों में पर्याप्त परीक्षण सुनिश्चित करना चाहिए।
उल्लेखनीय है कि कोविड के JN.1 वेरिएंट को ओमीक्रॉन सब-वेरिएंट BA.2.86 या पिरोला का वंशज माना जाता है। जेएन-1 की उपचार प्रक्रिया कोविड -19 के समान ही है। इसलिए सभी संबंधित दवाओं और संबंधित उपकरणों, मानव संसाधन की समुचित तैयारी जानी चाहिए। इसके बारे आम जनता के बीच व्यापक स्तर पर जागरुकता अभियान चलाया जाना चाहिए।