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नई दिल्ली- ब्राजील में चक्रवात की वजह से हुई जबरदस्त बारिश और हवाओं ने कोहराम मचा दिया है। दक्षिणी ब्राजील में इस प्राकृतिक आपदा के चलते अब तक कम से कम 21 लोगों की जान जा चुकी है। साथ ही लगातार हो रही बारिश ने बाढ़ की तीव्रता को और बढ़ा दिया है, जिससे प्रभावित क्षेत्रों में राहत-बचाव कार्य भी काफी मुश्किल हुआ है।
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ब्राजील के रियो ग्रांडे डो सुल के गवर्नर ने इसे अपने राज्य की सबसे खतरनाक मौसमी आपदा करार दिया है। अधिकारियों के मुताबिक, कई इलाकों में हजारों लोगों को अपने घरों को छोड़कर भागने के लिए मजबूर होना पड़ा है। आलम यह है कि मुकुम नाम के 5000 की आबादी वाले छोटे शहर में अधिकतर लोग अपने घरों की छतों पर ही फंस गए। इनमें से ज्यादातर को हवाई मदद के जरिए निकाला गया है। बताया गया है कि इस शहर का 85 फीसदी इलाका बाढ़ के पानी में डूबा है।
ब्राजील के राष्ट्रपति लुइज इनासियो लूला डा सिल्वा ने कहा कि संघीय सरकार राज्य की मदद के लिए तैयार है। रियो ग्रांडे डो सुल के गवर्नर एडुअर्डो लेइटे ने एक न्यूज कॉन्फ्रेंस के दौरान बताया कि राज्य में पिछले 24 घंटे के अंदर ही 300 मिमी (11 इंच) बारिश हुई है। इससे कई जगहों पर बाढ़ और भूस्खलन हुए। राहत-बचाव कर्मियों को लोगों को निकालने के लिए हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल करना पड़ रहा है।
ब्राजील के साओ पाउलो राज्य में भी इस साल भारी बारिश की वजह से बाढ़ और भूस्खलन हुए थे। तब इस आपदा में 40 लोगों की मौत हुई थी। पिछले साल रेसिफे शहर में जबरदस्त बारिश से हुए भूस्खलन में 100 लोगों की जान चली गई थी। विशेषज्ञों की मानें तो ब्राजील के पास अमेजिन जंगलों की कटाई का असर जलवायु पर पड़ा है और लगातार आ रही प्राकृतिक आपदाएं इसी का नतीजा है।
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