पुलिस ने बताया कि सेक्टर-1 निवासी बीएसपी कर्मी जयप्रकाश चौहान की शिकायत पर रायपुर निवासी आरोपित शेखर पसीने के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। पुलिस ने बताया कि वर्ष 2019 में आरोपित ने पहली बार शिकायतकर्ता को लोन का स्कीम बताया। जिसमें एक निश्चित रुपये निवेश करने पर उसे आवश्यकता पड़ने पर कभी भी बहुत ही मामूली ब्याज पर लोन दिलवाने की बात कही थी।

 

आरोपित की बातों पर भरोसा कर के शिकायतकर्ता ने रुपये लोन वाली स्कीम में रुपये निवेश कर दिए। इसके बाद आरोपित ने एक आइपीएम स्कीम के बारे में शिकायतकर्ता को बताया और बोला कि इस स्कीम में रुपये निवेश करने पर बहुत ही कम समय में दोगुना लाभ मिलेगा।

 

दूसरी बार भी शिकायतकर्ता आरोपित के झांसे में आ गया। तीसरी बार में आरोपित ने बैंक में बंधक रखे जाने वाले सोने की नीलामी में हिस्सा लेने पर ज्यादा लाभ दिलाने का स्कीम बताया। इस बार भी शिकायतकर्ता ने आरोपित के कहने पर रुपये निवेश किए। तीन साल में शिकायतकर्ता ने किस्तों में करीब 40 लाख रुपये निवेश कर दिए।
इसी बीच शिकायतकर्ता को लोन की आवश्यकता हुई तो उसने आरोपित से लोन स्कीम से लोन दिलवाने के लिए कहा तो आरोपित ने घुमाना शुरू कर दिया। फिर उसने अन्य स्कीम में किए गए निवेश का लाभांश मांगा तो आरोपित ने वह भी नहीं दिया। तब शिकायतकर्ता को अहसास हुआ कि वो ठगी का शिकार हो गया है। इसके बाद उसने पुलिस से शिकायत की। जिसके आधार पर पुलिस ने आरोपित शेखर पसीने के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है
टीआइ भट्ठी बृजेश कुशवाहा ने कहा, प्राथमिकी दर्ज होने की खबर लगते ही आरोपित अपना मोबाइल बंद कर फरार हो गया है। उसकी तलाश की जा रही है। मुखबिरों को भी सक्रिय किया गया है।