



रायपुर छत्तीसगढ़ के सराफा कारोबारियों के ठिकानों पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की जांच जारी रही। ईडी के अधिकारियों को जांच में अब तक सोना के अवैध कारोबार के बारे में जानकारी मिली है।
ईडी के आला अधिकारियों ने बताया कि म्यामार और बांग्लादेश का सोना पश्चिम बंगाल के रास्ते छत्तीसगढ़ तक पहुंचा है। डायरेक्टर आफ रेवेन्यू इंटेलिजेंस (डीआरआइ) की टीम ने वर्ष 2021 में राजनांदगांव के सराफा कारोबारी पर अवैध तरीके से सोना खरीदने के मामले में कार्रवाई की थी। उस समय भी म्यामार से सोना लाने की पुष्टि हुई थी।
उच्च पदस्थ सूत्रों की मानें तो जांच में दायरे में आए सभी 12 कारोबारियों का आपस में कनेक्शन है और ये कारोबारी मिलकर अवैध तरीके से लाए गए सोने को प्रदेश में खपाने का काम करते थे। इसका भुगतान हवाला के माध्यम से होता था।
सोना को कच्चे में खरीदकर पक्के में दिखाने का काम चार्टर्ड एकाउंटेंट की टीम करती थी, इसलिए उनको भी जांच के दायरे में लिया गया है। ईडी के आला अधिकारियों ने बताया कि कारोबारियों के ठिकानों की जांच में दस्तावेज भी जब्त किए गए हैं। इसके आधार पर पश्चिम बंगाल में कार्रवाई की जाएगी।
रायपुर सहित दुर्ग, भिलाई, राजनांदगांव, बालोद के सराफा कारोबारियों की जांच कर रही है। इनमें सहेली ज्वेलर्स, नवकार ज्वेलर्स, सुमित ज्वेलर्स, पगारिया ज्वेलर्स, नाकोड़ा टेक्सटाइल प्रमुख हैं। सीए सुनील जैन, राजेंद्र कोठारी, कारोबारी प्रकाश सांखला व मदन जैन के ठिकानों पर जांच चल रही है।