खैरागढ़ विधानसभा उप चुनाव में कांग्रेस अपनी पूरी ताकत झोंक रही है। शुरुआत छुईखदान इलाके से हो रही है। यह भाजपा प्रत्याशी और पूर्व विधायक कोमल जंघेल का गृह क्षेत्र है। अगले छह दिनों में विधानसभा क्षेत्र के हर हिस्से में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की जनसभा प्रस्तावित है।
तय कार्यक्रम के मुताबिक मुख्यमंत्री भूपेश बघेल दोपहर बाद 2.30 बजे छुईखदान क्षेत्र के बकरघट्टा पहुंचेंगे। यहां एक जनसभा होनी है। उसके बाद साल्हेवारा में उनकी एक जनसभा होगी। सोमवार को ही उनकी तीसरी चुनावी जनसभा पैलीमेटा गांव में होगी। 2018 के आम चुनाव के बाद सत्ता में आई कांग्रेस तीन उप चुनाव जीत चुकी है। ऐसे में खैरागढ़ विधानसभा का उप चुनाव साख का सवाल बना हुआ है।
कांग्रेस को पता है कि खैरागढ़ क्षेत्र में उनका संगठन कुछ कमजोर है। इसी की वजह से 2018 के चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी को तीसरे स्थान पर रहना पड़ा था। नगरीय निकाय चुनाव में भी खैरागढ़ में कांग्रेस आशातीत सफलता हासिल नहीं कर पाई। ऐसे में सरकार के चार-चार वरिष्ठ मंत्रियों को वहां लगाया गया है। पदाधिकारियों के साथ प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम भी खुद वहां गांव-गांव में नुक्कड़ सभाएं कर रहे हैं।
खैरागढ़ विधानसभा उप चुनाव में कांग्रेस ने नया जिला बनाने का वादा किया है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है, कांग्रेस का विधायक बनने के अगले दिन खैरागढ़-छुईखदान-गंडई नया जिला बनेगा। इसका असर क्षेत्र में दिखने लगा है। भाजपा इसको महज जुमला बताने की कोशिश में है। कहा जा रहा है, सरकार 2018 के विधानसभा चुनाव के सभी वादे पूरे नहीं कर पाई वह नया जिला बनाने का वादा क्या पूरा करेगी। वहीं कांग्रेस सरकार पर सौदेबाजी का आरोप भी लगा रहे हैं।
इस बीच भाजपा ने प्रदेश के अपने सभी बड़े नेताओं को खैरागढ़ के मैदान में उतार दिया है। पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह, विधायक बृजमोहन अग्रवाल, नारायण चंदेल, पूर्व मंत्री राजेश मूणत, केदार कश्यप, पूर्व सांसद अभिषेक सिंह जैसे नेता अलग-अलग क्षेत्रों में पार्टी प्रत्याशी के पक्ष में प्रचार और बैठकें कर रहे हैं।
खैरागढ़ उप चुनाव में लोधी समाज के वोटों के ध्रुवीकरण के लिए भाजपा समाज के बड़े नेताओं को बुलाने की तैयारी में है। केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद पटेल को भाजपा ने इस चुनाव में स्टार प्रचारक बनाया है। वहीं बताया जा रहा है कि समाज की एक और बड़ी नेता उमा भारती को भी यहां लाने की कोशिश हो रही है। भाजपा के प्रचार के लिए मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया भी यहां आ सकते हैं।