![](https://jagatbhumi.com/wp-content/uploads/2024/07/SANTOSH.jpeg)
![](https://jagatbhumi.com/wp-content/uploads/2024/01/WhatsApp-Image-2024-03-15-at-12.05.51-PM.jpeg)
सिमगा कबीर धर्म नगरी दामाखेड़ा में पिछले 118 वर्षों से कबीर पंथ की वंश गुरु गद्दी एवं कबीर पंथ का मुख्यालय स्थापित है। वर्तमान में कबीर पंथ के पंद्रहवे वंशाचार्य पंथ श्री हुजूर प्रकाशमुनि नाम साहब गुरु गद्दी पर विराजमान हैं।
![](https://jagatbhumi.com/wp-content/uploads/2023/10/WhatsApp-Image-2024-01-04-at-5.19.19-PM.jpeg)
![](https://jagatbhumi.com/wp-content/uploads/2024/02/WhatsApp-Image-2024-02-22-at-4.41.45-PM.jpeg)
कबीर आश्रम एवं कबीर पंथ के विभिन्न व्यवस्थाओं एवं कार्य संचालन के लिये श्री सदगुरू कबीर धर्मदास साहब वंशावली प्रतिनिधि सभा दामाखेडा जिला बलौदा बाजार ( छ.ग. ) नामक संस्था विगत 73 वर्षो से स्थापित कि गई जो कि एक वैधानिक रूप से पंजीकृत संस्था है।
कबीर आश्रम दामाखेड़ा में कबीर पंथ से संबंधित कई छोटे – बड़े आयोजन सम्पन्न होते रहते हैं जिसकी सारी व्यवस्था उक्त संस्था द्वारा की जाती है। ऐसा ही एक विशाल समारोह सदगुरू कबीर साहब के प्रधान शिष्य श्री धनी धर्मदास साहब के 625 वे. प्रगट उत्सव पर पंथ श्री हुजूर प्रकाशमुनि नाम साहब के पावन सानिध्य में 29नवंबर 2020 को कबीर धर्मनगर दामाखेड़ा में आयोजित किया गया.
जिसकी सम्पूर्ण व्यवस्था उक्त संस्था एवं कबीर पंथियों द्वारा की गई। लेकिन इस शुभ अवसर का ग्राम पंचायत दामाखेड़ा के सरपंच पूर्णिमा देवांगन एवं तात्कालिक सचिव राजू देवांगन द्वारा षडयंत्र रचकर छत्तीसगढ़ शासन के संस्कृति विभाग से इस आयोजन के लिए दस लाख रूपये लेकर गबन कर दिया गया।
उक्त समारोह के लिए ली गई गई रकम के संबंध में कबीर आश्रम दामाखेडा या आश्रम की संस्था को कोई जानकारी नहीं दी गई और ना ही समारोह में किसी प्रकार का सहयोग दिया गया। अब संस्था की शिकायत पर धारा 420, 34 के तहत सिमगा थाने में अपराध दर्ज कर लिया गया है।
![](https://jagatbhumi.com/wp-content/uploads/2023/11/WhatsApp-Image-2024-03-18-at-1.37.36-PM.jpeg)