जशपुर: वनों की अंधाधुंध कटाई से जंगल उजड़ रहे हैं. जिसकी वजह से वन्य जीवों रहने का ठिकाना खत्म हो रहा है. वहीं कुछ बचे खुचे वन्य जीव वन विभाग की लापरवाही की वजह से अपनी जान से हाथ धो बैठ रहे हैं. ताजा मामला जशपुर जिले का है. यहां अधिकारियों की लापरवाही ने फिर एक हाथी की जान ले ली. नदी किनारे बुधवार की सुबह एक हाथी का शव मिला है. इसको लेकर बताया जा रहा है कि हाथी की मौत विद्युत करंट की चपेट में आने से हुई है. मामला बगीचा वनपरिक्षेत्र के कुरडेग गांव का है.
कुरडेग में एक किसान ने सिंचाई के लिए विद्युत कनेक्शन खींचा था और उस कनेक्शन की चपेट में हाथी आ गया. जिससे हाथी की जान चली गई. इस घटना के बाद ग्रामीण चीख विलाप कर रहे है तो वहीं वन अमला मौके पर पहुंचकर मामले की जांच में जुटा है. वन विभाग का कहना है कि बिजली कनेक्शन वैध था या अवैध इसकी जांच की जाएगी.
बता दें कि जशपुर जिले में इस महीने तीन हाथियों की मौत हो चुकी है. इसी महीने में बंदरचुआं में भी एक मादा हाथी की करंट की चपेट में आकर मौत हुई थी, लेकिन अब तक वन विभाग जंगल के आसपास के इलाकों में नीचे झूलते बिजली तारों को ठीक नहीं करा सका है.
ग्रामीणों ने बताया कि एक हाथी की मृत्यु हुई है. जिसे देखकर आशंका है कि बिजली करंट लगने से मौत हुई है. ग्राम पंचायत कुरडेग के सरपंच ने भी बिजली तार की चपेट में आने से हाथी की मौत की आशंका व्यक्त की है. उन्होंने बताया कि क्षेत्र में कितने हाथी विचरण कर रहे इसकी जानकारी उन्हें नहीं है, लेकिन हाथी रात के वक्त गांव बस्ती की ओर आते है.
बगीचा वनपरिक्षेत्र के रेंजर अशोक सिंह ने बताया कि सरगुजा जिले के सीतापुर क्षेत्र की ओर से चार हाथी इधर से क्रॉस किए. तीन हाथी लुण्ड्रा की ओर निकल गए, एक हाथी का तार की चपेट में आने से मौत हो गया. उन्होंने कहा कि इससे पहले हम विद्युत विभाग दो तीन पत्र लिख चुके है, जहां जहां वायर लूज है इसे सुधार लिया जाए. अब विद्युत विभाग और जो दोषी है उसपर कार्रवाई की जाएगी.