साल का अंतिम चंद्र ग्रहण जारी हो चुका है। भारत में यह ग्रहण करीब 40 से 50 मिनट तक रहेगा। इसका असर शाम को 5.30 से लेकर 6.20 तक ही रहेगा। भारत में ग्रहण का ज्योतिषीय और धार्मिक दोनों प्रकार के महत्व है। इस दौरान किसी भी प्रकार का शुभ कार्य निषेध माना जाता है।
भारत में ग्रहण का ज्योतिषीय और धार्मिक दोनों प्रकार के महत्व है। इस दौरान किसी भी प्रकार का शुभ कार्य निषेध माना जाता है। इतना ही नहीं इस दौरान भगवान की मूर्ति छूना और उनकी पूजा करना भी वर्जित है। लेकिन जैसे ही ग्रहण समाप्त हो हमें कुछ विशेष उपाय करने की जरूरत है जिससे चंद्र ग्रहण का नकारात्मक प्रभाव कम हो जाए।
ग्रहण के बाद क्या कार्य करने चाहिए ?
ग्रहण के दौरान चंद्रमा की स्थिति
ग्रहण स्पर्श आरंभ: 08 नवंबर, दोपहर 02:39 मिनट पर
खग्रास आरंभ: दोपहर 03:46 मिनट
ग्रहण मध्य: दोपहर 04:29 मिनट पर
खग्रास समाप्त: सायं 05:12 मिनट पर
ग्रहण मोक्ष समाप्त: सायं 06:19 मिनट पर
चंद्र ग्रहण के बाद करें ये काम
- चंद्र ग्रहण के समाप्त होते ही सूतक भी खत्म हो जाता है।
- ग्रहण समाप्ति के बाद स्नान अवश्य करें, इसके बाद घर के हर कोने में गंगाजल का छिड़काव करें।
- धार्मिक मन है कि गंगाजल या किसी पवित्र नदी के जल का छिड़काव करने से ग्रहण से आई नकारात्मकता और इसके दुष्प्रभाव समाप्त हो जाते हैं।
- स्वयं स्नान करने के बाद देवी देवताओं को स्नान कराएं।
- अब भोजन या जो भी आपकी खाने पीने की चीजें हैं, उस पर गंगाजल छिड़कें।
- मंदिर अवश्य जाएं।
- इसके बाद जरूरतमंदों को कुछ वस्तुओं का दान करें।