रिसाली जिले के सबसे सुंदर नेवई गोठान में मवेशियों को अब चारा के रूप में पैरा कुट्टी के अलावा साग भाजी भी दिया जाएगा। इसके लिए कलेक्टर डाॅ. सर्वेश्वर नरेन्द्र भूरे ने विशेष कार्ययोजना तैयार की है। जिसे रिसाली निगम आयुक्त आशीष देवांगन ने अंजाम तक पहुंचाया है।
उन्होंने जनस्वास्थ्य विभाग के सफाई कामगारों को साप्ताहिक बाजार उठने के बाद सब्जी के अवशेष को एकत्र करने और मवेशियो के सामने चारा के रूप में परोसने निर्देश दिए।
आयुक्त आशीष देवांगन ने बताया कि साप्ताहिक बाजार खत्म होने के बाद सब्जी-फल विक्रेता सब्जी के अवशेष को वही फंेक देते है। कई व्यापारी सब्जी की छटाई भी बिक्री से पहले करते है।
इसमें पत्ता गोभी, फूल गोभी व अन्य हरी सब्जी, टमाटर आदि शामिल होता है। विक्रेता अवशेष को वही छोड़ देते है। निर्धारित समय पर सफाई नहीं होने पर वह सड़ने लगता है। बाद में दुर्गन्ध उठने लगता है। कलेक्टर की मंशा थी कि अगर तत्काल सब्जी के अवशेष को उठा लिया जाए तो उसे मवेशियों को चारा के रूप में दिया जा सकता है।
मरोदा बाजार की स्थिति को देखने के बाद आयुक्त ने निर्देश दिए कि सब्जी के अवशेष को उठाकर चारा के रूप में उपयोग किया जाए और उसे गोठान में रखे मवेशियों को खिलाया जाए।मवेशियों को सड़े गले सब्जी न खिलाया जाए। ऐसे गीला कचरा को एस.एल.आर.एम. सेंटर पहुंचाए और खाद बनाने का उपयोग किया जाए। आयुक्त ने इसी उद्देश्य को लेकर सफाई के लिए अधिकृत एजेंसी को भी दिशा निर्देश दिए है।
जनस्वास्थ्य विभाग ने साप्ताहिक बाजार में पसरा व ठेला में सब्जी व फल बेचने वाले विक्रेताओं से अपील किया है कि वे सब्जी व फल के अवशेष को इधर उधर न फेंके। इसे एक जगह एकत्र कर छोड़ दे। निगम के कर्मचारी उसे उठाकर गोठान पहुंचाऐंगे। सड़े गले सब्जी को खाद बनाने एस.एल.आर.एम. सेंटर पहुंचाया जाएगा।
साप्ताहिक बाजार के बाद दूसरे दिन उस स्थान पर गंदगी कम दिखेगी। वही जिस जगह पर 5 कर्मचारी सफाई कार्य करते थे। वहा कचरा कम होने से 2 कर्मचारी ही सफाई को पूर्ण कर सकते है।