



जयपुर: एक दवा कंपनी के प्रतिनिधि से दो करोड़ की रिश्वत मांगने के मामले में राजस्थान भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) की गिरफ्त में आई अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक दिव्या मित्तल के कई बड़े नेताओं एवं अधिकारियों से निकट संबंध है। राजस्थान पुलिस सेवा की अधिकारी दिव्या से अब तक की गई पूछताछ और जांच में एसीबी के अफसरों के सामने आया कि स्पेशल आपरेशन ग्रुप (एसओजी) में रहते हुए उसने नेताओं और अफसरों के लिए पैसों का लेनदेन किया है।
एसीबी के अधिकारी इस बारे में अधिकारिक तौर पर तो नहीं बोल रहे,लेकिन उनकी जांच में दिव्या के ऊपर तक के रिश्तों की जानकारी सामने आई है। दिव्या हमेशा से ही विवाद में रही है। करीब एक दशक पहले लिव इन पार्टनर के साथ मंदिर में शादी की और फिर पति के विरूद्ध दहेज प्रताड़ना का मुकदमा दर्ज करवा कर तलाक ले लिया। एसीबी की जांच में सामने आया कि दिव्या का उदयपुर में एक रिसोर्ट,जयपुर,अजमेर और पुष्कर में घर व फ्लैट के साथ ही फार्म हाउस भी है।
सम्पति उसने अपने रिश्तेदारों के नाम खरीदी है। एसीबी को मिली जानकारी के अनुसार दिव्या का परिवार मूलत: हरियाणा के चरखीदादरी के पास का रहने वाला है। करीब चार दशक पहले उसके पिता राजस्थान में झुंझुनूं जिले के चिड़ावा आकर बस गए थे। उन्होंने यहां ट्रैक्टर की एजेंसी खोली थी। दिव्या ने चिड़ावा में ही स्कूल की पढ़ाई की और फिर साल, 2010 में राजस्थान पुलिस सेवा में उसका चयन हो गया। दिव्या सात साल उदयपुर में आबकारी विभाग में तैनात रही।
शराब कारोबारियों से पैसों के लेनदेन को लेकर विवाद हुआ, जिस पर उसे पदस्थापन आदेश की प्रतिक्षा में रखा गया था। इसके बाद उसे पुलिस बटालियन में खैरवाड़ा और टोंक लगाया गया । टोंक में रहते हुए वह बिना उच्च अधिकारियों की अनुमति के लंबे अवकाश पर चली गई। लेकिन बड़े नेताओं एवं अधिकारियों तक पहुंच के कारण उसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हो सकी ।