New Delhi :-अमेरिका में हुए एक वित्तीय घोटाले की चर्चा दुनियाभर में हो रही है. इसे सबसे बड़ा वित्तीय धोखाधड़ी माना जा रहा है. लोगों की जीवनभर की कमाई पलभर में उड़न छू हो गई. घोटाले की वजह से कई लोग सड़क पर आ गए. घोटाले के जनक और क्रिप्टोकरंसी एक्सचेंज FTX के पूर्व सीईओ सैम बैंकमैन फ्रायड को कोर्ट ने एक दो नहीं बल्कि पूरे 7 मामलों में दोषी पाया है. अमेरिकी अदालत ने बैंकमैन फ्रायड को 25 साल कैद की सजा सुनाई है. रिहाई के बाद 3 साल तक उसे प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियों की निगरानी में रहना होगा.
सैम बैंकमैन फ्रायड क्रिप्टोकरंसी एक्सचेंज FTX कंपनी का सह-संस्थापक और सीईओ था. कंपनी में बड़ी तादाद में लोगों ने पैसे लगाए थे. मामले के अुनसार, बैंकमैन फ्रायड ने लोगों के पैसे का इस्तेमाल क्रिप्टोकरंसी ट्रेडिंग फर्म अल्मीडा रिसर्च को संभालने में लगा दिया. क्रिप्टोकरंसी एक्सचेंज FTX के डूबने से बड़ी तादाद में लोग प्रभावित हुए. लोगों के 666376400000 रुपये डूब गए. इनमें से कई कस्टमर ऐसे थे, जिनकी जिंदगी भर की कमाई एक झटके में पानी में बह गया. हर तरफ हाहाकार मच गई. हालात को देखते हुए अमेरिकी प्रशासन सतर्क हुआ और कार्रवाई में जुट गया.
क्यों डूबी FTX?
बात 2022 की है. FTX में पैसा लगाने वालों को पता चला कि कंपनी की हालत ठीक नहीं है. ऐसे में कंपनी से पैसा निकालने की होड़ मच गई. अरबों डॉलर की राशि को अचानक से विड्रॉ करने के लिए लोग पहुंचने लगे. ऐसे में FTX में फंड की कमी हो गई और वह लोगों के पैसे लौटाने में असमर्थ हो गई. दरअसल, बैंकमैन फ्रायड ने FTX का पैसा क्रिप्टोकरंसी ट्रेडिंग फर्म अल्मीडा रिसर्च की सेहत सुधारने में लगा दिया था, जिस वजह से फंड की कमी हो गई. कंपनी के डूबते ही बैंकमैन फ्रायड बहामास भाग गया. हालांकि, कुछ दिनों के बाद ही उसे गिरफ्तार कर लिया गया.
8 अरब डॉलर का घोटाला
बैंकमैन फ्रायड ने लोगों के 8 अरब डॉलर (666376400000 रुपया यानी 66637 करोड़ रुपया) के फंड में सेंध लगा दी. मामले की छानबीन के बाद बैंकमैन के खिलाफ कोर्ट में मुकदमा चला. कोर्ट ने उसे सात मामलों में दोषी पाते हुए 28 मार्च 2024 को 25 साल कैद की सजा सुनाई है. साथ ही जेल से छूटने के बाद उसे 3 साल तक निगरानी में रहना होगा. बैंकमैन पर वित्तीय घोटाले की साजिश रचने का आरोप लगाया गया था.