ग्वालियर में बुधवार को हुई एक शादी चर्चा का विषय बन गई। रामनवमी के मौके पर शहर की एक लड़की ने अपने प्रिय लड्डू गोपाल यानि भगवान श्रीकृष्ण से विवाह किया। इस विवाह की चर्चा ग्वालियर ही नहीं बल्कि पूरे प्रदेश में हो रही है। कहा जाता है कि हिन्दू धर्म को मानने वाली हर लड़की अपने लिए श्रीकृष्ण जैसे गुणों वाला पति चाहती हैं, लेकिन ग्वालियर की रहने वाली शिवानी परिहार ने उनके जैसे वर की जगह उन्हीं को अपने वर के रूप में चुन लिया।
23 साल की शिवानी फिलहाल ग्वालियर के एक कॉलेज से पढ़ाई कर रही है, साथ ही वो भगवान श्रीकृष्ण की अनन्य भक्त भी है और उन्हीं के प्रेम में दीवानी होकर उसने लड्डू गोपाल के साथ विवाह रचा लिया। इस शादी में वृंदावन के बांके बिहारी मंदिर के पंडित वासुदेव महाराज लड्डू गोपाल के संरक्षक बनकर वृंदावन से बारात लेकर आए, जिसमें उनके साथ 12 लोग भी आए।
इससे पहले घर में बेटी के हाथ पीले करने से लेकर वो सारी रस्में पूरी की गईं, जो एक सामान्य शादी में निभाई जाती हैं। शादी के लिए शिवानी ग्वालियर के प्रसिद्ध मंदिर में पहुंची, जहां बैंड-बाजों के साथ शादी की सारी रस्में भी निभाई गईं।
दुल्हन बोली- रात के सपने दिन में पूरे हुए
इस अनोखी शादी के बाद शिवानी ने कहा, जो सपने मुझे रात में आते थे आज वो दिन की रोशनी में हकीकत में तब्दील हो गए। शिवानी के रिश्तेदार ओर बाराती भी इस शादी का हिस्सा बनकर बेहद खुश दिखे। उनकी खुशी का अंदाजा उनके नाच गानों को देखकर लग रहा था। अब 18 अप्रैल को शिवानी की विदाई होगी।
मां बोली- मेरी बेटी ने सबके पालनहार को चुना
शिवानी की मां भी इस शादी से बेहद खुश थीं। उन्होंने कहा कि आम शादी तो हर इंसान अपने जीवन में करता है लेकिन मेरी बेटी तो जो सबके पालनहार हैं उनकी शरण में पहुंच चुकी है और उसने हमेशा के लिए उन्हें अपना जीवन साथी मान लिया है।
इस अनोखी शादी में दोनों तरफ से मेहमान भी आए जो नाच गानों के साथ संगीत का आनंद लेते दिखे। मेहमानों ने कहा कि इस शादी में शामिल होकर उन्हें काफी अच्छा लगा, क्योंकि यह एक अनोखी यानी प्रभु की शादी है जो सबके पालनहार हैं। उनका कहना था कि यह शादी स्वयं लड्डू गोपाल की हो रही है जो वृंदावन से बारात लेकर यहां पहुंचे हैं और इस शादी में हर वह रस्म निभाई जा रही है जो आम शादियों में निभाई जाती है।
शिवानी का दूल्हा बनना प्रभु की मर्जी
बारात लेकर आए पंडित जी का कहना था कि ठाकुर जी यानी लड्डू गोपाल की बारात वृंदावन से आई है और इसमें दो दर्जन ब्राह्मण भी शामिल हुए हैं। उन्होंने कहा- शिवानी ने ऐसा निर्णय लिया है जिसे लेने की हिम्मत हर कोई नहीं उठा पाता है। यह प्रभु की मर्जी है जो उसके दूल्हे बनने जा रहे हैं। शादी में हर रस्म निभाई जा रही है 18 अप्रैल गुरुवार को विदाई होगी, जिसके लिए वृंदावन में भी भव्य तैयारियां की गई हैं।