नई दिल्ली: ईरान के साथ जारी तनाव के बीच इजरायल ने अपने ‘दोस्त’ भारत से मदद की अपील की है। नई दिल्ली में इजरायल के राजदूत नाओर गिलोन ने कहा कि हम पश्चिम एशिया में शांति के लिए भारत से ईरान को रोकने की उम्मीद करते हैं। इजरायली राजदूत ने मांग की कि नई दिल्ली एक मित्र के रूप में कदम उठाए और इजरायल पर ड्रोन और मिसाइलों के हमले के बाद तेहरान को पश्चिम एशिया को अस्थिर करने से रोके। इजरायली दूतावास में समाचार एजेंसी पीटीआई को दिए एक इंटरव्यू में गिलोन ने कहा, इजरायल मजबूत और लचीला है और अगर जरूरत पड़ी तो वह हालिया हमले के बाद ईरान का मुकाबला करेगा।
इजरायली राजदूत ने कहा, भारत को पश्चिम एशिया में स्थिरता लाने में भूमिका निभानी चाहिए। पश्चिम एशिया भारत के लिए बहुत महत्वपूर्ण क्षेत्र है क्योंकि यहां लाखों भारतीय काम करते हैं। संयुक्त अरब अमीरात, सऊदी अरब और कतर के साथ मजबूत व्यापारिक संबंध हैं। मुझे लगता है कि भारत ईरान को रोकने में अंतरराष्ट्रीय समुदाय के एक हिस्से के रूप में सक्रिय होगा। गिलोन ने भारत को अंतरराष्ट्रीय क्षेत्र में एक बहुत सम्मानित खिलाड़ी बताया और कहा कि उसे चीजों को सामान्य करने के लिए अपने प्रभाव और महत्व को इस्तेमाल में लाना चाहिए।
भारत से इजरायल को उम्मीद
इजरायली राजदूत से पूछा गया कि भारतीय विदेश मंत्री की इजरायल और ईरान में अपने समकक्षों के साथ बातचीत को देखते हुए भारत से किस भूमिका की उम्मीद है। इस पर उन्होंने कहा, “मुझे लगता है कि एक मित्र के रूप में हम भारत से यह उम्मीद करते हैं कि वह अंतर्राष्ट्रीय समुदाय में बहुत मजबूत होकर यह सुनिश्चित करेगा कि ईरान पश्चिम एशिया में अपनी अस्थिरता को रोके।”
गिलोन ने कहा कि ईरान ने 350 मिसाइलों और ड्रोन से इजरायल के ऊपर हमला किया था। उन्होंने 99 प्रतिशत मिसाइलों और ड्रोन को रोकने के लिए अमेरिका और क्षेत्र के दूसरे दोस्तों के साथ इजरायल की एयर डिफेंस और वायु सेना की विशाल क्षमता को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि सौभाग्य से कोई हताहत नहीं हुआ। इजरायल के दक्षिण में केवल एक 7 साल की बच्ची घायल हुई है और उम्मीद करते हैं कि वह जल्द ठीक हो जाएगी।