



कोरबा जिले में अवैध शराब की धरपकड़ के लिए आबकारी विभाग की कार्रवाई ताबड़तोड़ तरीके से चल रही हैं। कई मौकों पर इस पर सवाल खड़े हुए हैं और विवाद की स्थिति भी निर्मित हुई है। सबसे गजब बात यह है कि अब तक किसी भी कार्रवाई में आबकारी विभाग ने एसडीएम की अनुमति लेने की जरूरत नहीं समझी है। दरअसल आबकारी विभाग के प्रत्यक्ष नियंत्रण में देशी और विदेशी शराब की बिक्री कोरबा के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में हो रही हैं।
कई समूहों को इसके लिए दुकानों के लाइसेंस दिए गए हैं। प्लेसमेंट एजेंसी के माध्यम से रखे गए कर्मी इस काम को कर रहे हैं। इन सब के बावजूद कई क्षेत्रों में अवैध रूप से शराब बनाने और बेचने का काम धड़ल्ले से चल रहा है। ऐसे में सरकारी तंत्र को नुकसान से बचाने के लिए आबकारी विभाग समय-समय पर छापामार कार्रवाई भी करता है। आबकारी विभाग के सहायक आयुक्त जेआर पैकरा ने बताया कि अवैध शराब पकड़ने के लिए हमारी टीम बनी हुई हैं।
नियमों के अनुसार ऐसे मामलों में एसडीएम से सर्च वारंट प्राप्त करना होता है, लेकिन हमारी कुछ मजबूरियां होती हैं। अधिकारी ने बताया कि उनकी जानकारी में अब तक ऐसा एक भी मामला नहीं है, जिसमें एसडीएम की अनुमति ली गई हो। हो सकता है कि आने वाले दिनों में आबकारी विभाग नियम कायदों के साथ-साथ दूसरे तरीके से अपना काम करें।