बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ को उपराष्ट्रपति पद के लिए राजग का उम्मीदवार घोषित कर दिया। जबकि विपक्ष भी अपने उम्मीदवार के नाम का एलान रविवार को कर सकता है।
सत्तापक्ष के इस ऐलान के बाद विपक्षी दलों की तरफ से भी जल्द उपराष्ट्रपति उम्मीदवार की घोषणा की जाएगी। इस कड़ी में रविवार को एनसीपी प्रमुख शरद पवार के घर पर विपक्षी दलों की अहम बैठक होने वाली है।
कांग्रेस ने साफ कर दिया है वह अपनी पार्टी से उपराष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवार का नाम नहीं देगी। विपक्ष की ओर से घोषित उम्मीदवार का समर्थन करेगी। उपराष्ट्रपति के लिए नामांकन की आखिरी तारीख 19 जुलाई है।
बताया जा रहा है कि उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार पर फैसला लेने के लिए विपक्षी दलों के नेताओं की 17 जुलाई को दोपहर 3 बजे एक बैठक बुलाई गई है। सरकार द्वारा बुलाई गई सर्वदलीय बैठक के बाद विपक्ष ने मीटिंग बुलाई है।
इसमें संसद के मानसून सत्र में सरकार द्वारा उठाए जाने वाले मुद्दों-बिलों पर भी चर्चा की जा सकती है। इस बीच, कांग्रेस ने अन्य विपक्षी दलों को पहले ही सूचित कर दिया है कि प्रमुख विपक्षी दल- कांग्रेस अपनी पार्टी से उम्मीदवार नहीं उतारेगी।
कांग्रेस का कहना है कि वह फिलहाल पार्टी से उम्मीदवार को लेकर विचार नहीं कर रही है।
उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए 6 अगस्त को होगी वोटिंग
उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए इच्छुक उम्मीदवार 19 जुलाई तक अपने नामांकन पत्र दाखिल कर सकते हैं। नामांकन पत्रों की जांच 20 जुलाई को होगी। उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने वाले उम्मीदवार अपना नामांकन पत्र 22 जुलाई तक वापस ले सकेंगे।
देश का अगला उपराष्ट्रपति चुनने के लिए 6 अगस्त को वोटिंग होगी। उपराष्ट्रपति चुनने के लिए 6 अगस्त को दिन में 10 बजे से शाम 5 बजे तक वोट डाले जाएंगे। मतदान की प्रक्रिया पूरी होने के बाद उसी दिन वोटों की गिनती भी हो जाएगी और चुनाव के नतीजे भी आ जाएंगे।
चुनाव में धनखड़ की जीत लगभग पक्की है। उपराष्ट्रपति का चुनाव लोकसभा और राज्यसभा के सदस्य करते हैं। दोनों सदनों में कुल सदस्यों की संख्या 780 है।
जीत के लिए धनखड़ को कम से कम 391 सदस्यों के समर्थन की जरूरत है। भाजपा के पास अकेले 394 सदस्य हैं। इस तरह धनखड़ की जीत औपचारिकता भर रह गई है।