महिला आयोग में मंगलवार को सुनवाई के दौरान शिकायत लेकर आई एक महिला ने बताया कि उसके पति ने तीन शादियां की हैं। पहली पत्नी से तलाक लेकर दूसरी बार ब्याह रचाया फिर दूसरी पत्नी को बिना बताए एक और युवती को पत्नी बना लिया। इस शिकायत पर मंगलवार को आयोग ने आरोपी पति को पेशी में बुलाया था। जब आयोग की अध्यक्ष किरणमयी नायक ने पूछताछ की तो पति ने कहा- हां मुझ से गलती हुई है।
महिला ने बताया कि पति ने पहली पत्नी से तलाक लेकर कुछ साल पहले उससे शादी की थी। हम साथ ही रह रहे थे। ससुराल में मेरे जेठ, जेठानी और ससुर रहते हैं।
पिछले कुछ वक्त से पति की हरकतों, घर पर न रहने की आदत को लेकर महिला ने पूछताछ की तो उसे तीसरी शादी के बारे में पता चला। आयोग के सामने युवक ने कबूला कि तीसरी शादी को 3 साल हो चुके हैं।
अब महिला को ससुराल वाले युवक का पक्ष लेकर घर से निकालने की धमकियां दे रहे हैं। संपत्ति में भी अधिकार देने से मुकर रहे हैं। इस पर आयोग ने कहा कि इस मामले में कार्रवाई की जाएगी, महिला के ससुराल वालों को अगली तारीख में आयोग के दफ्तर में हाजिर होने को कहा गया है। तब आगे की सुनवाई की जाएगी।
महिला आयोग की अध्यक्ष डॉ. किरणमयी नायक और सदस्यगण अनीता रावटे, शशिकांता राठौर, अर्चना उपाध्याय की उपस्थिति में महिलाओं से संबंधित शिकायतों के निराकरण के लिए सुनवाई की गई। 20 मामलों में से 8 मामलों का निपटारा किया गया।
अन्य प्रकरणों में अब अगली सुनवाई होगी। एक मामले में महिला ने अपने ससुराल वालों के खिलाफ शिकायत में कहा था कि उसके पति की मानसिक स्थिति ठीक नहीं है और ससुराल के लोग उसका इलाज नहीं करवा रहे। आयोग ने परिजनों को इलाज करवाने के निर्देश दिए।
एक प्रकरण में सम्पत्ति के दावे का विवाद था। इस मामले में आयोग ने एक अधिवक्ता को नियुक्त किया। अब ये वकील कानूनन बंटवारा करवाएंगे।