भिलाई। छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआइएसएफ) के आईजी संजय प्रकाश पर अपनी भतीजी को बंधक बनाकर रखा है। दरअसल 22 वर्षीय युवती ने अपनी मौसी को पत्र लिखकर यहां से ले जाने की बात कही थी। युवती की मौसी ने पटना में कार्यरत महिला विकास मंच नामक संस्था को खबर दी। संस्था के सदस्य भिलाई पहुंचे और पुलिस की मदद से रेस्क्यू किया। सखी सेंटर दुर्ग में युवती का बयान दर्ज किया गया। पुलिस का कहना है कि बयान में बंधक बनाकर रखने या प्रताड़ना जैसी कोई बात सामने नहीं आई है। बस इतनी बात है कि युवती का मन यहां नहीं लग रहा था।
उतई थाना टीआई मनोज प्रजापति ने बताया कि आइजी के भाई की कैंसर से मौत हो चुकी है। भाभी की भी मौत हो चुकी है। आइजी अपने कैंसर पीड़ित भाई का इलाज स्वयं कराते थे। परिवार पटना बिहार का रहने वाला है। माता पिता की मौत के बाद बीते साल भर से आइजी की भतीजी उनके साथ ही सीआइएसएफ कालोनी उतई में रह रही थी।
बीते सप्ताह उसने पटना में रहने वाली अपनी मौसी को पत्र लिखा था। जिसमें भिलाई से वापस पटना ले जाने के लिए कहा था। इसके आधार पर युवती की मौसी ने पटना की महिला विकास मंच की ममता मानवीय से संपर्क किया। महिला विकास मंच की टीम शनिवार को भिलाई पहुंची तथा एसपी दुर्ग शलभ कुमार सिन्हा को जानकारी देते हुए सहयोग की मांग की।
स्वजनों ने कहा- बंधक जैसी कोई बात नहीं
एसपी ने उतई थाने की टीम को सीआइएसएफ कालोनी उतई भेजा। पुलिस व महिला विकास मंच की टीम युवती को लेकर थाने पहुंची तथा उसका बयान दर्ज किया। बयान में बंधक व प्रताड़ना जैसी कोई बात सामने नहीं आई। यह बात जरुर सामने आइ कि वह यहां पढ़ने के लिए आई थी, पर उसका मन यहां नहीं लग रहा था।
युवती की मौसी ने बताया कि बंधक बनाने या प्रताड़ना जैसी कोई बात नहीं है। सब बच्ची को अच्छे से रखते थे, पर बच्ची का यहां मन नहीं लगता था। इसलिए शायद उसने ऐसा पत्र लिखा था। अब वह लोग युवती को लेकर वापस पटना जाएंगे।
उतई थाना प्रभारी मनोज प्रजापति ने कहा, महिला विकास मंच पटना की टीम आई थी। युवती को सीआइएसएफ कालोनी से लाया गया है। बंधक या प्रताड़ना जैसी कोई बात सामने नहीं आई। युवती यहां रहना नहीं चाहती। उसका बयान दर्ज कर लिया गया है।
दुर्ग एसपी शलभ सिन्हा ने कहा, 22 साल की युवती है। उसके माता-पिता नहीं है। दोनों का स्वर्गवास हो चुका है। युवती के नाम से करोड़ों की संपत्ति है। उसकी मौसी और अन्य लोगों ने कहा, युवती यहां रहना नहीं चाहती है। वे बिहार से महिला विकास मंच पटना के साथ यहां पहुंची थीं। उसके बाद उन्हें युवती से मिलवाया गया। युवती ने कहा कि वह यहां रहना नहीं चाहती है। जिसे वापस पटना भेज जा रहा है।