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हिंदू धर्म में नवरात्रि का विशेष महत्व होता है। नवरात्रि के नौ दिन मां दुर्गा की विधि-विधान से पूजा-अर्चना की जाती है। भक्त मां दुर्गा को प्रसन्न करने के लिए उपवास भी रखते हैं। हर साल शारदीय नवरात्रि पर मां दुर्गा का आगमन व प्रस्थान विशेष तरीके से होता है।
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मां दुर्गा के आगमन वाले दिन कलश स्थापना की जाती है। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, इस साल मां दुर्गा का आगमन पालकी (डोली) पर हो रहा है। वहीं माता रानी का प्रस्थान हाथी पर हो रहा है।
शारदीय नवरात्रि 2021 घट स्थापना मुहूर्त-
शारदीय नवरात्रि में पहले दिन घटस्थापना की जाती है। इसे कलश स्थापना भी कहते हैं। इस दौरान नौ दिनों तक व्रत का संकल्प लिया जाता है।
कलश स्थापना के लिए शुभ मुहूर्त 7 अक्टूबर को सुबह 06 बजकर 17 मिनट से सुबह 07 बजकर 07 मिनट तक है। घटस्थापना का अभिजीत मुहूर्त सुबह 11 बजकर 45 मिनट से दोपहर 12 बजकर 32 मिनट तक है। कलश स्थापना निषिद्ध चित्रा नक्षत्र के दौरान की जाएगी।
घटस्थापना कैसे करें-
1. नवरात्रि के पहले दिन सुबह जल्दी उठकर नहाएं।
2. स्वच्छ वस्त्र धारण करने के बाद कलश को पूजा घर में रखें।
3. मिट्टी के घड़े के गले में पवित्र धागा बांधे
4. अब कलश को मिट्टी और अनाज के बीज की एक परत से भरें।
5. कलश में पवित्र जल भरकर उसमें सुपारी, गंध, अक्षत, दूर्वा घास और सिक्के डालें।
6. कलश के मुख पर एक नारियल रखें।
7. कलश को आम के पत्तों से सजाएं।
8. मंत्रों का जाप करें।
9. कलश को फूल, फल, धूप और दीया अर्पित करें।
10. देवी महात्म्यम का पाठ करें।
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