राजस्थान के उदयपुर जिले की एक स्कूल शिक्षिका नफीसा अटारी को टी -20 वर्ल्ड कप में टीम इंडिया को पाकिस्तान से मिली करारी हार के बाद सोशल मीडिया पर ख़ुशी जाहिर करना काफी महंगा पड़ गया.
नफीसा ने मैच के बाद अपने Whatsapp पर स्टेटस लगाया था कि हम जीत गए. नफीसा के पाक की जीत पर इस तरह ख़ुशी जताने के बाद निजी स्कूल ने उन्हें नौकरी से बर्खास्त कर दिया है और पुलिस ने नफीसा के खिलाफ मामला भी दर्ज कर लिया है.
नफीसा ने अपने मोबाइल पर स्टेटस पर लिखा कि हम जीत गए. नफीसा का ये स्टेटस देखकर लोगों में उनको फोन कर बुरा भला कहना शुरू कर दिया. इसके बाद सोशल मीडिया पर नफीसा के इस स्टेटस को लेकर चर्चा शुरु हो गई.
इस मुद्दे को लेकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् के कार्यकर्त्ता बेहद गुस्सा गए और उन्होंने नफीसा के स्कूल में जाकर प्रदर्शन किया. स्कूल में तिरंगा फहराया गया और राष्ट्र गान गाया गया. इसके बाद स्कूल प्रबंधन ने नफीसा अटारी को सेवा से बर्खास्त कर दिया.
गुस्साए विद्यार्थी परिषद् कार्यकर्त्ता इसके बाद शहर की अम्बा माता पुलिस स्टेशन गए और वहां नफीसा के खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग करने लगे. पुलिस में इसके बाद नफीसा के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया.
इस पूरे मामले के तूल पकड़ने के बाद शिक्षिका नफीसा अटारी ने सफाई दी कि उन्होंने ऐसा सिर्फ मजाक में किया था लेकिन बाद में जब उन्हें लगा कि इसका गलत असर पड़ सकता है तो उन्होंने अपना स्टेटस हटा दिया था.
नफीसा ने कहा कि दरअसल उनके परिवार के लोग मैच के दौरान दो ग्रुप में बंट गए थे. एक ग्रुप टीम इंडिया को चीयर कर रहा था तो दूसरा पाकिस्तानी टीम को. वो खुद पाक को चीयर कर रहे ग्रुप में थी इसलिए मैच के नतीजे के बाद उन्होने लिखा था कि हम जीत गए.
अब चाहे लाख सफाई दें लेकिन उनके खिलाफ राष्ट्रीय एकता पर विपरीत प्रभाव डालने वाली टिपण्णी करने का मुकदमा दर्ज किया जा चुका है. इसके अलावा स्कूल टीचर की नौकरी भी जा चुकी है.