भिलाई: सेक्टर 2 ग्राउंड में पहली बार महिला क्रिकेट प्रतियोगिता आयोजित की जा रही है। इस प्रतियोगिता में भिलाई नगर निगम की गृहणियों की टीमें भाग ले रही हैं। शुक्रवार को आयोजन के दौरान सेक्टर 8 की महिला टीम ने जमकर बवाल किया। उन्होंने आरोप लगाया कि जीत के बाद उन्हें सेक्टर 2 के पार्षद के कहने पर डिसक्वालीफाई किया जा रहा है। ये पूरी तरह से गलत है। इसे लेकर टीम की महिला खिलाड़ियों ने ग्राउंड के अंदर घुसकर जमकर बवाल किया।
टीम की वाइस कैप्टन नंदिनी पात्रे का आरोप है कि उन्होंने कल सेक्टर 2 की टीम के साथ मैच खेला था। मैच के दौरान ही सेक्टर 2 के पार्षद राजेश ने कहा कि यदि उनकी टीम जीतेगी तो दोबारा मैच नहीं होगा। यदि वो हारते हैं तो वो दोबारा मैच कराएंगे। इस बारे में सेक्टर 2 के पार्षद और आयोजक अंजू साहू ने कहा कि यह मैच भिलाई नगर निगम की महिलाओं को लेकर हो रहा था। सेक्टर 8 की टीम में भिलाई निगम के बाहर की महिलओं को शामिल किया गया है। यह नियम के खिलाफ है। इसलिए उन्हें डिसक्वालीफाई किया गया है।
वहीं सेक्टर 8 की टीम का कहना है कि उन्होंने अपनी टीम के खिलाड़ियों का नाम आधार कार्ड के साथ सेक्टर 8 पार्षद को दे दिया था। खिलाड़ियों के साथ टीम की लिस्ट आयोजन समिति के पास काफी पहले आ गई थी। इसलिए उन्हें यदि डिसक्वालीफाई ही करना था तो मैच खेलने से पहले करना था। मैच जीतने के बाद ऐसा करके खेल भावना के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है।
सेक्टर 8 टीम की महिला खिलाड़ियों ने इस मामले को लेकर ग्राउंड में ही जमकर बवाल किया। इसके चलते दूसरी टीम का चल रहा मैच रुक गया। काफी देर तक आयोजन समिति और महिला खिलाड़ियों में बहश होती रही। इसके बाद उन्हें ग्राउंड से बाहर जाकर अपना बात रखने और विरोध करने की बात कही गई। काफी देर बाद महिलाएं ग्राउंड से बाहर आईं और मैच शुरू हुआ।
टीम के बीच वाद विवाद चलता है। इसके बाद आयोजन समिति ने अपनी गलती मानी और कहा कि उनका सेक्टर 2 की टीम से मैच नहीं होगा। वो लोग विजेता हैं तो आगे के मैच उन्हें पहले की तरह खेलने दिए जाएंगे। सेक्टर 8 की टीम ने कहा कि वो लोग दिन से यही कह रहे हैं तब उनकी बात क्यों नहीं मानी गई। अब वो लोग मैच नहीं खेलेंगीं। इस तरह उनके बीच का विवाद शांत नहीं हुआ।