लखनऊ में तैनात महावतपुर नजीबाबाद निवासी महिला सिपाही रुचि सिंह की हत्या से मृतका के परिवार वाले गहरे सदमे में हैं। रुचि के पिता योगेंद्र सिंह ने हत्यारोपी तहसीलदार को कड़ी सजा दिलाकर ही दम लेने की बात कही है। सिपाही की हत्या से परिवार में कोहराम मचा है।
नजीबाबाद के गांव महावतपुर बिल्लौच निवासी किसान योगेंद्र सिंह की पुत्री 28 वर्षीय रुचि सिंह लखनऊ पुलिस मुख्यालय में तैनात थी। 13 फरवरी को रुचि सिंह घर से ड्यूटी के लिए निकली पर मुख्यालय नहीं पहुंची। लापता हो गई और उसका मोबाइल बंद आ रहा था।
उसकी गुमशुदगी लखनऊ के सुशांत गोल्फी थाने में पुलिस विभाग की ओर से दर्ज कराई गई थी।लापता रुचि सिंह का शव गुरुवार को पीजीआई स्थित माती नाले में मिला था। कॉल डिटेल के आधार पर प्रतापगढ़ जिले के रानीगंज में तैनात तहसीलदार पदमेश श्रीवास्तव से प्रेम संबंध का मामला प्रकाश में आया।
नजीबाबाद से उसने इंटर किया। वर्ष 2019 बेच की महिला सिपाही ने पुलिस में भर्ती के दौरान परिजनों की मर्जी के बगैर सिपाही नीरज से प्रेम विवाह किया। विवाह के बाद से ही रुचि के पिता योगेंद्र चौहान और परिजनों ने उससे संबंध रखना बंद कर दिया था। लखनऊ पुलिस मुख्यालय से रुचि की मौत की खबर आते ही परिवार में कोहराम मच गया। रुचि के छोटे भाई शुभम ने लखनऊ पहुंचकर उसका पोस्टमार्टम कराया।
रुचि के पिता योगेंद्र, माता रानी देवी, अपनी बेटी की हत्या से दुखी हैं। पूर्व प्रधान धर्मपाल सिंह और ग्रामीणों ने परिजनों को ढांढस बंधाया। पिता योगेंद्र सिंह का कहना है कि बेटी को प्रेमजाल में फंसा कर उसकी हत्या कराने वाले तहसीलदार पदमेश और हत्या में शामिल दोषियों को कड़ी सजा दिलाकर ही उन्हें शांति मिलेगी।
मृतका महिला सिपाही रुचि सिंह का अपने पति सिपाही नीरज सिंह से विवाद चल रहा था। बताया जाता है कि फेसबुक से रुचि सिंह की तहसीलदार पदमेश से परिचय के साथ प्रेम संबंध हो गए। शव लेने लखनऊ पहुंचे रुचि के भाई शुभम ने बताया कि आरोपी तहसीलदार को कॉल डिटेल के आधार पर गिरफ्तार किया गया है।