हैती के राष्ट्रपति जोवेनेल मौसे की हत्या में अब तक 17 संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है। पकड़े गए इन लोगों में से दो के पास अमेरिका और हैती की दोहरी नागरिकता है। जबकि कोलंबिया की सरकार ने बताया कि उसकी सेना के छह पूर्व सैनिक भी पकड़े गए हैं। मौसे की गत मंगलवार रात उनके निजी आवास में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। हमले में उनकी पत्नी मार्टिनी मौसे गंभीर रूप से घायल हुई।
हैती के पुलिस महानिदेशक लियोन चार्ल्स ने बताया कि हिरासत में लिए गए लोगों में 15 कोलंबिया के रहने वाले हैं। आठ और संदिग्धों की तलाश है। जबकि पुलिस की कार्रवाई में तीन को ढेर कर दिया गया। समाचार एजेंसी एएनआइ के अनुसार, चार्ल्स ने कहा कि राष्ट्रपति की हत्या में कम से कम 28 लोग लिप्त थे। इनमें 26 कोलंबियाई और दो हैती मूल के अमेरिकी हैं। आठ अब भी फरार हैं। उनकी तलाश की जा रही है।
53 वर्षीय मौसे वर्ष 2017 में राष्ट्रपति बने थे और पिछले दो साल से राजनीतिक अस्थिरता के बीच सरकार चला रहे थे। एक करोड़ दस लाख से ज्यादा की आबादी वाले इस कैरेबियाई देश में लंबे समय तक अशांति रही है। हिंसा के चलते यहां गरीबी और भुखमरी की समस्या है।
अमेरिका में हैती के राजदूत बोचिट एडमंड ने बताया था कि बंदूकधारी नकाब में थे और वे अमेरिका के ड्रग प्रवर्तन अधिकारी बनकर आवास में दाखिल हुए थे। सरकार ने दो सप्ताह के लिए इमरजेंसी घोषित कर दी है। हत्या के बाद राजधानी में दुकानें और बाजार बंद रहे। अंतरिम प्रधानमंत्री क्लाउड जोसेफ ने बताया कि ये भाड़े के हत्यारे थे और अच्छी तरह प्रशिक्षित थे। हत्यारे अंग्रेजी और स्पेनिश भाषा बोल रहे थे, जबकि हैती में फ्रेंच और क्रियोल भाषा बोली जाती है। इस घटना की संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने कड़ी आलोचना की है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जानसन पहले ही हत्या को बर्बर बताते हुए कड़ी निंदा कर चुके हैं।मौसे की हत्या और उनकी पत्नी मार्टिनी मौसे पर हुए हमले पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुख जाताया है। गुरुवार को इस संबंध में उन्होंने एक ट्वीट करते हुए कहा कि इस घटना से दुख में हूं और राष्ट्रपति मौसे के परिवार एवं हैती के लोगों के प्रति अपनी संवेदनाएं प्रकट कीं।