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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के 11 राज्यों के 60 कलेक्टरों की वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक लेकर कोरोना संक्रमण की वर्तमान स्थिति की समीक्षा की। बैठक में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल व आला अफसरों के साथ पांच जिलों बलौदाबाजार-भाटापारा, रायगढ़, जांजगीर-चांपा, कोरबा और बिलासपुर के कलेक्टर जुड़े थे। एक मात्र जांजगीर जिले के कलेक्टर यशवंत कुमार से प्रधानमंत्री ने बात की। मोदी ने उनसे जिले के गांव और ग्राम पंचायतों की संख्या पूछी, लेकिन कलेक्टर सही संख्या नहीं बता पाए और अपने साथ-साथ राज्य की भी जग हंसाई करा दी। बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी मौजूद थे और इसका लाइव प्रसारण भी हो रहा था।अफसरों के अनुसार बैठक के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने कई जिलों के कलेक्टरों से सीधी बात की। उन्होंने जांजगीर कलेक्टर से पूछा कि आपके जिले में कितने गांव और कितनी पंचायतें हैं। कलेक्टर ने बताया कि करीब 14 सौ गांव और छह-सात सौ पंचायतें हैं। इस पर पीएम ने फिर सवाल किया, इसमें से कितने गांव कोरोना मुक्त हो गए हैं।
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यशवंत कुमार के पास इसकी जानकारी ही नहीं थी। इस पर प्रधानमंत्री ने कहा कि हमें थोड़ा सा प्रयास करके ऐसी जानकारी जुटानी चाहिए और इसी के आधार पर कोरोना मुक्त गांवों की संख्या प्लानिंग करके बढ़ाने पर ध्यान देना होगा।
बिना बनाए ही कोविड सेंटर का उद्घाटन
इसी सप्ताह जांजगीर कलेक्टर ने जिले के नवागढ़ में 10 बिस्तर वाले कोविड सेंटर का मुख्यमंत्री बघेल व विधानसभा अध्यक्ष डा. चरणदास महंत से उद्घाटन करवाया था, लेकिन वहां कोई सेंटर बना ही नहीं था। इसकी वजह से सरकार को विक्षप की आलोचना का शिकार होना पड़ा।
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