पाकिस्तान के उत्तर पश्चिमी शहर पेशावर में एक शिया मस्जिद में शुक्रवार को जबरदस्त धमाका हुआ। जुमे की नमाज के दौरान हुए इस शक्तिशाली आत्मघाती बम विस्फोट में 57 लोगों की मौत हो गई और 200 से ज्यादा लोग जख्मी बताए जा रहे हैं। बचाव दल के एक अधिकारी ने बताया कि विस्फोट किस्सा ख्वानी बाजार इलाके की जामिया मस्जिद में उस वक्त हुआ, जब लोग जुमे की नमाज अदा कर रहे थे।
पेशावर पुलिस के मुताबिक, पहले किस्सा ख्वानी बाजार में दो हमलावरों ने मस्जिद में घुसने की कोशिश की। इस दौरान वहां सुरक्षा के लिए खड़े पुलिसकर्मियों के साथ उनका आमना-सामना हो गया। हमलावरों ने उन पर गोलियां बरसाना शुरू कर दीं। इसमें एक पुलिसकर्मी की मौत हुई है, जबकि दूसरा घायल बताया जा रहा है। मस्जिद में धमाका इसी हमले के बाद हुआ।
रेस्क्यू टीम घायलों को नजदीक के अस्पताल ले जा रही है। स्थानीय लोगों ने भी घायलों को अपनी मोटरसाइकिल और कारों के जरिए अस्पताल तक पहुंचाया। पुलिस और सुरक्षा टीमों ने इलाके की घेराबंदी कर दी है। बताया जा रहा है कि 10 घायलों की हालत गंभीर बनी हुई है।
राष्ट्रपति आरिफ अल्वी ने विस्फोट की निंदा करते हुए इसमें जन हानि पर दुख जताया है। प्रधानमंत्री इमरान खान ने पेशावर में हुए विस्फोट की कड़ी निंदा की, जबकि गृह मंत्री शेख रशीद अहमद ने प्रांत के मुख्य सचिव और पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) से घटना पर रिपोर्ट मांगी है। प्रधानमंत्री ने घटना की जांच के आदेश दिए हैं और संबंधितों को घायल लोगों को तत्काल चिकित्सा सहायता प्रदान करने को कहा है।
खैबर पख्तूनख्वाह के मुख्यमंत्री महमूद खान ने विस्फोट की निंदा करते हुए इस जघन्य कृत्य के गुनाहगारों को सख्त से सख्त सजा देने की बात कही। उन्होंने कहा कि इबादतगाहों में लोगों को निशाना बनाना अमानवीय कृत्य है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि घायलों का इलाज सुनिश्चित किया जाए।