राजनांदगांव: जिले के डोंगरगांव में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने रविवार को अधिकारियों की समीक्षा बैठक ली। बैठक के बाद बातचीत की, जिसमें राज्य स्तरीय बौद्ध सम्मेलन को लेकर हो रहे विवाद पर सीएम ने कहा कि कभी भी किसी की भावनाओं को ठेस नहीं पहुंचाना चाहिए।
अपने धर्मों को मानें और दूसरे की धार्मिक भावनाओं को ठेस नहीं पहुंचाएं। बता दें कि बौद्ध सम्मेलन में हिंदू देवी-देवताओं के अपमान का आरोप लगाया गया है।
ये सम्मेलन 7 नवंबर को राजनांदगांव में आयोजित हुआ था। वहीं समीक्षा बैठक में उन्होंने अधिकारियों को धान खरीदी के मद्देनजर कई निर्देश दिए।
सीएम ने कहा कि धान के तौल, परिवहन और बारदाने की व्यवस्था पर ध्यान दें। साथ ही सभी सरकारी योजनाओं का लाभ हितग्राहियों को मिले, इसे विभिन्न विभाग के अधिकारी सुनिश्चित करें।
धान उपार्जन केंद्रों में जाम न लगे, इसकी व्यवस्था की जाए और कोदो, कुटकी, रागी की खरीदी भी समर्थन मूल्य में करने को लेकर अधिकारी ध्यान दें।
इस साल 1 करोड़ मीट्रिक टन से ज्यादा धान खरीदी की संभावना है, इसलिए बारदाने की पर्याप्त व्यवस्था की जाए, उठाव नियमित हो। कोदो-कुटकी की खरीदी भी समय पर होती रहे। साथ ही पैसे का भुगतान हो।
सड़कों की स्थिति की जानकारी ली और तेजी से निर्माण कार्य करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जिला अब छोटा हो गया है, आपका वर्कलोड घटा है, जिसका फायदा आम जनता को मिलना चाहिए।
सीएम भूपेश बघेल ने PWD के अधिकारियों से अगले महीने यानी दिसंबर तक सड़कों का रिपेयर समाप्त करने के निर्देश दिए। नल जल योजना की स्थिति भी जानी।
अधिकारी ने बताया कि गुणवत्ता को फैक्ट्री और पीएचई लैब दोनों में टेस्ट कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोई भी भुगतान लंबित नहीं रहना चाहिए।
लाल बहादुर नगर में पट्टे के बारे में भी पूछा। स्वसहायता समूह के लंबित ऋण प्रकरणों की जानकारी ली