बलौदाबाजार | छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार जिले के एक फैक्ट्री में सिलेंडर ब्लास्ट हो गई है। सिलेंडर ब्लास्ट होने से तीन मजदूरों की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं इस हादसे में कई मजदूरों के घायल होने की सूचना मिल रही है। वहीं बताया जा रहा कि मरने वालों की संख्या भी बढ़ सकती है। हादसे की खबर लगते ही पुलिस मौके पर पहुंची हुई है। बता दें ये हादसा हिरमी के सीमेंट फैक्ट्री की बताई जा रही है।
जानकारी के मुताबिक, घटना बलौदाबाजार के सुहेला थाना के हिरमी गांव की है। यहां पर अल्ट्राटेक सीमेंट की फैक्ट्री है। बताया जा रहा है कि दोपहर के समय लगभग 3.30 बजे के आसपास फैक्ट्री में काम चल रहा था। मौके पर कार्य कर रहे अन्य मजदूरों की माने तो ब्लास्ट की आवाज इतना तेज था कि पास छह किलोमीटर दूर तक सुना गया गया। वहीं मरने वालों की शरीर 25 से 30 फीट तक ऊपर उठ गए और शरीर के चिथड़े उड़ गए।
मिली जानकारी के अनुसार संयंत्र के लाइन दो में लोहा कटिंग का कार्य चल रहा था, इसी दौरान सिलिडेंटर फट गया। जिससे मजदूरी कार्य में लगे सरफोंगा निवासी उमेश कुमार वर्मा (25) पिता रेवा राम वर्मा, मुड़पार निवासी शत्रुघ्न वर्मा पिता मनोहर वर्मा (27) और कुथरौद निवासी लखेश पिता रामकुमार गायकवाड़ (24) कि घटनास्थल पर मौत हो गई। मृतकों के शवों को सुहेला स्थित चीरघर में रखा गया है।
संयंत्र में हड़कंप मच गया
घटना के बाद प्रशासन और संयंत्र में हड़कंप मच गया। जानकारी मिलने पर बलौदा बाजार एडिशनल एसपी हरीश कुमार यादव सहित सिमगा एसडीएम निर्भय साहु नायब तहसीलदार दिलीप कुमार सामल, हतबंध थाना प्रभारी प्रमोद कुमार सिंह सुहेला थाना प्रभारी पवन सिन्हा आदि ने घटनास्थल का मुआयना किया। इसके पहले ही मुआवजे और मृतक के स्वजनाके को नौकरी देने की मांग को लेकर सैकड़ों मजदूरों ने संयंत्र के गेट पर धरना दे दिया था। प्रशासन और संयंत्र प्रबंधन चाहते थे कि उक्त संबंध में चर्चा सुहेला स्थित पुलिस थाना में मजदूरों के प्रतिनिधि मंडल के साथ हो परंतु धरना में बैठे मजदूर सभी के सामने चर्चा की बात पर अड़ गए हैं।3
हम मजदूरों के परिजनों के साथ हैं
संयंत्र के ईआर डिपार्टमेंट के जनरल मैनेजर जितेंद्र सिंह तंवर ने आक्सीजन सिलेंडर के फटने को अप्रत्याशित बताते हुए आशंका व्यक्ति किया कि सिलेंडर के मैनुफैक्चरिंग में फाल्ट को नकारा नहीं जा सकता और यह जांच का विषय है। उन्होंने कहा कि हादसा में किसी का जोर नहीं है और हम मजदूरों के परिजनों के साथ हैं और नियम अनुसार जो भी सहायता किया जा सकता है करेंगे। सिमगा एसडीएम निर्भय साहु ने कहा कि भीड़ से चर्चा नहीं हो सकती है। मजदूर भीड़ में बात करना चाहते हैं जो संभव नहीं है। मृतक मजदूरों के परिजन यूनियन का प्रतिनिधिमंडल संयंत्र प्रबंधन और शासन के बीच बैठकर चर्चा हो सकती है।