कर्नाटक शिमोगा में बजरंग दल कार्यकर्ता की हत्या के बाद माहौल गरमा गया है. भीड़ को तितर-बितर करने के लिए सिद्दैया रोड पर पुलिस ने हवाई फायरिंग की है. वहीं, 212 निरीक्षकों और उप निरीक्षकों को पूरे कर्नाटक से शिमोगा पहुंचने का आदेश दिया गया है. ये पुलिसकर्मी पहले शिमोगा में काम कर चुके हैं.
26 वर्षीय बजरंग दल कार्यकर्ता हर्षा के शव को अब पुलिस की सुरक्षा के बीच पोस्टमार्टम के बाद उसके घर पहुंचाया गया है.फिलहाल इस मामले में दो लोगों की गिरफ्तारी हो गई है. राज्य के गृह मंत्री अरागा ज्ञानेंद्र ने बताया है कि आरोपी स्थानीय ही हैं.वहीं बजरंग दल के कार्यकर्ता की हत्या के मामले पर राजनीतिक बयानबाजी भी जमकर हो रही है.
कांग्रेस और बीजेपी के नेता एक दूसरे पर जमकर निशाना साध रहे हैं. बीजेपी नेता सुनील देवधर ने कहा कि मैं बहादुर हिंदू युवक हर्षा की बर्बर हत्या की कड़ी निंदा करता हूं. ये शर्मनाक और दुर्भाग्यपूर्ण है.
कर्नाटक के मंत्री ईश्वरप्पा और कांग्रेस नेता डीके शिवकुमार एक-दूसरे पर निजी हमले तक कर तक कर रहे हैं. कर्नाटक के सीएम बसवराज बोम्मई के साथ-साथ पूर्व सीएम कुमारस्वामी का भी इसपर बयान आया है.
26 वर्षीय बजरंग दल कार्यकर्ता हर्षा के शव को अब पुलिस की सुरक्षा के बीच पोस्टमार्टम के बाद उसके घर पहुंचाया गया है. बजरंग दल समेत अन्य हिंदू संगठनोंके लोग बड़ी संख्या में इस दौरान वहां मौजूद रहे.
शिमोगा में फिलहाल 23 फरवरी तक के लिए धारा 144 लागू कर दी गई है. इसके साथ-साथ वहां स्कूल और कॉलेजों को आज और कल (22 फरवरी) के लिए बंद कर दिया गया है.
शिमोगा में आज हत्या के विरोध में आगजनी और पत्थरबाजी भी हुई थी. फिलहाल हालात कंट्रोल में बताए जा रहे हैं.
बजरंग दल के कार्यकर्ता की हत्या के मामले मेंराज्य के गृह मंत्री अरागा ज्ञानेंद्र का भी बयान आया है. उन्होंने कहा है कि हत्या में 3-4 लोग शामिल हो सकते हैं. हत्या के बाद हिंसा के कुछ मामले भी सामने आए हैं. कुछ जगह पत्थरबाजी, आगजनी हुई है. यह हिंसा किसने की? इसकी जानकारी फिलहाल नहीं मिली है. राज्य के गृह मंत्री ने बजरंग दल कार्यकर्ता के परिवारवालों से भी मुलाकात की है.