प्रधानमंत्री उज्ज्वला गैस योजना के अंतर्गत पात्र महिलाओं को निशुल्क गैस सिलेंडर देना है, लेकिन इसके लिए हर महिला से 750 रुपए की वसूली की जा रही है। खाद्य विभाग को लगातार इसकी शिकायत मिल रही थी। इसके बाद जांच के लिए महिला खाद्य निरीक्षकों की अलग से टीम तैयार की गई। महिला निरीक्षकों को ही कई जगहों पर ग्राहक बनाकर भेजा गया।
जांच के दौरान ही कान्हा गैस एजेंसी के लिए एजेंट का काम करने वाली बबिता अग्रवाल के घर से 45 महिलाओं के दस्तावेज मिले, जिसके आधार पर गैस कनेक्शन दिए जा रहे थे। इसके लिए महिलाओं से रकम भी मांगी गई थी।
पुख्ता प्रमाण मिलने के बाद अफसरों की टीम ने कान्हा गैस एजेंसी अवंती विहार में छापा मारा। वहां कई तरह की गड़बड़ियां मिलीं। इसके बाद मौके से ही 541 सिलेंडर जब्त किए गए। शिकायतों के बाद सहायक खाद्य अधिकारी संजय दुबे ने भारत पेट्रोलियम कंपनी से लिखित में पूछा था कि उज्जवला गैस कनेक्शन निशुल्क है या नहीं?
कंपनी से जानकारी मिली कि केंद्र सरकार की इस योजना में निशुल्क सिलेंडर देना है। इसके बाद खाद्य निरीक्षक वीणा किरण ग्राहक बनकर रायपुरा में रहने वाली महिला एजेंट बबीता अग्रवाल के घर गई। वहां एजेंट ने 750 रुपए में सिलेंडर दिलाने की बात कही।
उसने दावा किया कि रकम मिलते ही उसे कान्हा गैस एजेंसी से कनेक्शन मिल जाएगा। महिला के पास से 45 अन्य महिलाओं के दस्तावेज भी मिले। 86 घरेलू गैस सिलेंडर किन घरों में गए इसका रिकार्ड नहीं मिला है। स्टॉक मिलान में पर कमर्शियल सिलेंडर भी कम मिले।