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यूरोप का सबसे बड़ा जपोरीजिया का परमाणु बिजलीघर एक बार फिर खतरे में पड़ गया है। क्षेत्र में रूस और यूक्रेन की सेनाओं के बीच तेज हुई लड़ाई में बिजलीघर पर भी गोलाबारी हुई है।
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गोलाबारी से बिजलीघर को नुकसान होने और विकिरण (Radiation) फैलने का खतरा पैदा हो गया है। इसके कारण रिएक्टर बंद कर दिए गए हैं और बिजली लाइन में आग लगने के बाद उत्पादन रुक गया है।
अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आइएईए) ने हालात पर चिंता जताई है। इस बीच यूक्रेन के तीन और मालवाही जहाज खाद्यान्न लेकर काला सागर के रास्ते विदेश के लिए रवाना हुए हैं।
लड़ाई के दौरान एक गोला जपोरीजिया परमाणु संयंत्र के भीतर आकर गिरा जिससे हाई वोल्टेज पावर लाइन को नुकसान हुआ और उसमें आग लग गई। इस आग को बुझाने के प्रयास शुरू हो गए हैं।
रूस और यूक्रेन की सेनाओं ने एक-दूसरे पर इस गोलाबारी का आरोप लगाया है। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने रूस पर आतंक फैलाने का आरोप लगाया है।
यूक्रेन का यह परमाणु बिजलीघर मार्च में ही रूसी सेना के कब्जे में आ गया था, तब भी इससे विकिरण फैलने की आशंका पैदा हुई थी। खार्कीव और डोनेस्क प्रांत के शहरों पर रूसी हमले जारी हैं।
24 फरवरी से जारी यूक्रेन युद्ध के बीच काला सागर के रास्ते पहला विदेशी मालवाही जहाज यूक्रेन पहुंचा है। बारबडोस का झंडा लगा यह जहाज खाद्यान्न लेने के लिए यूक्रेन गया है।
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