बिलासपुर चयनित शिक्षक की पोस्टिंग में वसूली करने वाले शिक्षक नंदकुमार साहू को संयुक्त संचालक ने सस्पेंड कर दिया है। आला अधिकारियों ने विभाग की छवि धूमिल करने के आरोप में उसके खिलाफ यह कार्रवाई की है।
इधर, IG रतनलाल डांगी के निर्देश पर SP पारुल माथुर ने भी इस मामले के जांच के आदेश दिए हैं। पुलिस ने शिक्षक नंदकुमार साहू को पकड़ लिया है और उससे पूछताछ शुरू कर दी है।
शिक्षक नंदकुमार साहू बिल्हा ब्लॉक के गवर्नमेंट मिडिल स्कूल बहतराई में पदस्थ है। दो माह पहले ही वह सीधी भर्ती में चयनित होकर शिक्षक बना है। पदस्थापना के नाम पर लेनदेन का उसका ऑडियो वायरल होने के बाद सिविल सेवा एवं वर्गीकरण नियंत्रण एवं अपील नियम के प्रावधान के अनुसार को निलंबित कर दिया गया है।
निलंबन अवधि में उसका मुख्यालय मस्तूरी ब्लॉक में रखा गया है। इस दौरान नियामनुसार उसे जीवन निर्वाह भत्ता की पात्रता रहेगी।
IG रतनलाल डांगी ने भी वसूली के इस खबर को गंभीरता से लिया है। उन्होंने SP पारुल माथुर को जांच कराने और प्रतिवेदन प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं। SP माथुर ने मामले की जांच के लिए एडिशनल SP गरिमा द्विवेदी को जांच की जिम्मेदारी सौंपी है।
पुलिस अफसरों ने संयुक्त संचालक ऑफिस से जानकारी जुटाकर शिक्षक नंदकुमार साहू को पकड़ लिया है और उससे पूछताछ की जा रही है।
पुलिस अफसरों का कहना है कि शिक्षक नंदकुमार साहू को उसके मोबाइल नंबर के आधार पर पकड़ लिया गया है। उससे पूछताछ कर जानकारी जुटाई जा रही है। पुलिस यह भी पतासाजी कर रही है कि उसके पास शिक्षा विभाग की स सूची कैसे और कहां से मिली।
वसूली के इस खेल में उसके पीछे-पीछे कौन कौन हैं, यह जानकारी हासिल करने की कोशिश की जा रही है। इस मामले में किसी बड़े गिरोह का हाथ हो सकता है।
शिक्षक नंदकुमार साहू का एक ऑडियो वायरल हुआ था। उसमें वह एक चयनित शिक्षक को शहर और मनचाही जगहों पर पोस्टिंग दिलाने के लिए 90 हजार रुपए की डिमांड कर रहा था। इस ऑडियो को चयनित प्रतियोगी की ओर से वायरल किया गया है।
मालूम हो कि राज्य शासन ने चयनित शिक्षकों की सूची जारी की है। इसमें बिलासपुर संभाग में करीब 140 शिक्षकों की नियुक्ति होनी है।
चयनित शिक्षकों को संभाग के बिलासपुर के साथ ही मुंगेली, गौरेला-पेंड्रा-मरवाही, जांजगीर-चांपा, कोरबा और रायगढ़ जिले में रिक्त पदों पर नियुक्ति दी जानी है। इन्हीं नियुक्ती को लेकर नंदकुमार पैसे मांग रहा था।