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छत्तीसगढ़ में लगभग 63000 विदेशी शरणार्थी, रायपुर में 2700 से ज्यादा पाकिस्तानी ,बांग्लादेशी

छत्तीसगढ़ में लगभग 63000 विदेशी शरणार्थी, रायपुर में 2700 से ज्यादा पाकिस्तानी ,बांग्लादेशी

छत्तीसगढ़: केंद्र सरकार के द्वारा देश में CAA लागू कर दिया गया है। CAA लागू होने के बाद अब विदेशी शरणार्थियों की जानकारी सामने आने लगी है। इसमें वह लोग बेहद‌ खुश है जो नियम के साथ भारत की नागरिकता ले सकेंगे। CAA लागू होने के बाद छत्तीसगढ़ में  भी विदेशी शरणार्थियों की भी जानकारी सामने आई है। जानकारी के अनुसार प्रदेश में वर्तमान में लगभग 63 हजार विदेशी शरणार्थी है जिन्हे CAA का फायदा मिलेगा। छत्तीसगढ़ में यह लोग रेसिडेंट परमिट या वीजा लेकर यहां रह रहे हैं। अब इन सभी लोगों को भारत की नागरिकता जल्द मिल जाएगी।

देश में चार सालों से पास होने के बाद‌ CAA को  लागू कर दिया गया है। यह कानून देश में गैर मुस्लिमों को नागरिकता देने के लिए बनाया गया है। इस कानून के लागू होने के बाद पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश से भारत‌ आने वाले गैर मुस्लिमों को नागरिकता दे दी जाएगी। जिसे लेकर केंद्रीय गृह मंत्रालय ने जानकारी देते‌ हुए बताया‌ है कि छत्तीसगढ़ में वर्तमान में 62,890 लोग बगैर नागरिकता के रह रहे हैं। यह सभी वह लोग हैं जो‌साल 2014 से पहले ही भारत आ गए थे। इनमें से कुछ तो‌ ऐसे भी लोग हैं जिन्हें आज 50 से 60 साल पूरे हो चुके हैं। इन सभी को चिन्हित करते हुए इन्हें अब भारत की नागरिकता दी जाएगी।

रायपुर में 2700 से ज्यादा पाकिस्तानी और बांग्लादेशी

छत्तीसगढ़ की अगर बात करें तो यहा 62,890 लोग विदेशी गैर नागरिक है। इसमें सबसे ज्यादा पाकिस्तान और बांग्लादेश के हैं। जानकारी के मुताबिक इसमें सबसे ज्यादा बस्तर, पंखाजूर और रायपुर में रह रहे हैं। रायपुर की अगर बात करें तो यहां 1625 सो ज्यादा पाकिस्तानी और 1100 से ज्यादा बांग्लादेश के शरणार्थी है‌। यह सभी रेसिडेंट परमिट और वीजा के सहारे यहा रह रहे हैं। वहीं कुछ ऐसे भी लोग है जिनके पास तो कोई दस्तावेज भी नहीं है और वह रह रहे हैं।

इन जगहों पर सबसे ज्यादा विदेशी शरणार्थी

जानकारी के अनुसार 31 अक्टूबर 1979 तक बस्तर के इलाकों पर 18, 458 लोगों को बाहर से लाकर बसाया‌ गया था। इसके अलावा छत्तीसगढ़ के पंखाजूर की बात करें तो यहां के 133 गांव में सिर्फ बांग्लादेश के लोग रहते हैं। जानकारी के अनुसार पंखाजूर के 295 गांव में से 133 गांव में बांग्लादेशी शरणार्थी है। साल 2011 में हुई जनगणना में यह सामने आया था कि कांकेर की कुल आबादी 1.71 लाख है जिसमें से यहा 1 लाख लोग बांग्ला बोली बोलते हैं। इसके अलावा पंखाजूर शहर में 10,201 लोगों में से 95 प्रतिशत लोग बांग्लादेश से आए हुए है‌। इस तरह रायपुर के माना में भी 500 से ज्यादा परिवार है जो बांग्लादेश से हैं।

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