साउथ अफ्रीका सीरीज में शर्मनाक हार के बाद विराट कोहली ने टेस्ट से कप्तानी छोड़ दी है। विराट कोहली ने एक स्टेटमेंट के जरिए इस बात की जानकारी दी।
उन्होंने शनिवार शाम एक स्टेटमेंट जारी कर इस बात की सूचना दी। विराट ने कहा कि मैं हमेशा हर चीज में 120% योगदान देना चाहता हूं, अगर मैं ऐसा नहीं कर पाता हूं तो यह गलत होगा। मैं इस बात को लेकर एकदम स्पष्ट हूं और मैं अपनी टीम के साथ बेइमानी नहीं कर सकता हूं।
कोहली ने टी-20 वर्ल्ड कप के शुरू होने से पहले ही इस फॉर्मेट की कप्तानी छोड़ दी थी। वहीं, साउथ अफ्रीका दौरे से पहले उनको वनडे की कप्तानी से पद से भी हटा दिया गया था। चयनकर्ताओं ने कहा था कि White Ball क्रिकेट के दो कप्तान नहीं हो सकते।
विराट कोहली ने कहा, “टीम को सही दिशा में ले जाने के लिए मैंने 7 साल तक हर दिन कठिन परिश्रम किया। मैंने अपना काम पूरी ईमानदारी के साथ किया और इसमें कोई कसर नहीं छोड़ी। हर चीज को किसी न किसी मोड़ पर रुकना ही होता है और टेस्ट टीम के कैप्टन के तौर पर मेरे लिए रुकने का यही समय हैं।
इस पूरी यात्रा के दौरान कई उतार-चढ़ाव भी आए, लेकिन मेरी कोशिशों और भरोसे में कभी कोई कमी नहीं आई। मैं हमेशा हर चीज में 120% योगदान देना चाहता हूं, अगर मैं ऐसा नहीं कर पाता हूं तो यह गलत होगा। मैं इस बात को लेकर एकदम स्पष्ट हूं और मैं अपनी टीम के साथ बेइमानी नहीं कर सकता हूं।
बीसीसीआई को धन्यवाद देना चाहता हूं कि उसने इतने लंबे समय तक मुझे अपने देश की अगुआई करने का मौका दिया। इसके साथ ही मैं अपने साथियों का भी शुक्रिया करना चाहता हूं जिन्होंने पहले दिन से ही मेरे विजन पर भरोसा किया और किसी भी स्थिति में हथियार नहीं डाले। आपने मेरे सफर को यादगार और खूबसूरत बना दिया है।
रवि भाई और सपोर्ट ग्रुप इस गाड़ी के इंजिन के तौर पर रहे, जिन्होंने टेस्ट क्रिकेट को लगातार ऊंचा उठाया है। आप सबने मेरे विजन को हकीकत में बदलने में अहम भूमिका निभाई है। आखिर में एमएस धोनी को बहुत ज्यादा शुक्रिया, जिन्होंने मुझ पर एक कप्तान के तौर पर बहुत ज्यादा भरोसा किया है। उन्होंने मुझे इस लायक समझा कि मैं भारतीय क्रिकेट को आगे लेकर जा सकता हूं।
‘कोहली को टी-20 की कप्तानी छोड़ने से मना किया था, लेकिन उन्होंने हमारी बात नहीं मानी और सफेद बॉल के दो कप्तान नहीं हो सकते। वहीं, विराट ने टी-20 वर्ल्ड कप के शुरू होने से कुछ ही समय पहले कह दिया था कि वह अब इस फॉर्मेट में टीम का कमान नहीं संभालेंगे और केवल टेस्ट और वनडे फॉर्मेट की कप्तानी पर ध्यान देंगे।
टी-20 वर्ल्ड कप में टीम इंडिया का प्रदर्शन बहुत ही खराब रहा था और टीम ग्रुप स्टेज से ही बाहर हो गई थी। वहीं, विराट की कप्तानी में टीम ने ICC के चार टूर्नामेंट खेले लेकिन एक बार भी ट्रॉफी नहीं जीत सके।