नई दिल्ली: गोवा के समंदर में मिग-29K के क्रैश होने की खबर है. जानकारी के मुताबिक नियमित उड़ान के दौरान मिग-29K में तकनीकी खराबी के संकेत मिले.जिसके बाद पायलट ने विमान से कूद कर अपनी जान बचाई. पायलट की हालत स्थिर बताई जा रही है. वहीं घटना के कारणों की जांच के लिए बोर्ड ऑफ इंक्वायरी (बीओआई) को आदेश दिया गया है.
बता दें कि मिग-29K में रूस द्वारा निर्मित के-36डी-3.5 इजेक्शन सीट होती है, जिसे दुनिया भर में काफी बेहतर भी माना जाता है. इसमें इजेक्शन हैंडल खींचे जाने की स्थिति में, पीछे की सीट के पायलट को पहले इजेक्ट किया जाता है, उसके बाद सामने वाला पायलट इजेक्ट होता है.
ऐसा पहली बार नहीं है कि मिग-29 में हवा में उड़ते वक़्त तकनीकी खराबी आई हो, बल्कि नवंबर 2020 में, भी एक मिग-29K में हवा में उड़ने के दौरान खराबी आ गई थी, जिसके बाद उसमें सवार एक पायलट की नवंबर मौत हो गई थी. जबकि एक पायलट को घटना के तुरंत बाद बचा लिया गया था. दुर्घटना के 11 दिन बाद कमांडर निशांत सिंह का शव बरामद किया गया था.
एक और मिग 29K उसी फरवरी 2020 में पक्षियों की चपेट में आने के बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया था. दोनों पायलटों ने इजेक्ट करने से पहले जेट को रिहायशी इलाके से दूर कर दिया था. वहीं नवंबर 2019 में, एक मिग-29K ट्रेनर विमान गोवा के एक गांव के बाहर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था. दोनों पायलट सुरक्षित बाहर निकल गए थे.