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गोरखनाथ मंदिर के बाहर पुलिसकर्मियों पर हमले के मामले में मुख्य आरोपी अहमद मुर्तजा अब्बासी से तीन दिन से पूछताछ हो रही है. पहले दिन उसने हमले के बारे जानकारी दी. धीरे-धीरे उसने CAA-NRC को लेकर नाराजगी और ISIS कनेक्शन का राज खोलना शुरू किया.
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पुलिसकर्मियों पर हमले के मामले में मुख्य आरोपी अहमद मुर्तजा अब्बासी के दोस्त अब्दुल रहमान को पकड़ा गया है. रहमान को सहारनपुर से हिरासत में लिया गया. आरोप है कि हमले से पहले मुर्तजा ने अब्दुल रहमान से बात की थी. यूपी एटीएस की टीम रहमान से लगातार पूछताछ कर रही है.
वहीं मुख्य आरोपी मुर्तजा की सायकोलॉजिल टेस्ट कराई जा सकती है. उसके मेंटल कंडिशन पर भी सवाल उठ रहे हैं. लखनऊ में मुर्तजा से तीन दिन से पूछताछ चल रही है.
मुर्तजा ने कहा था, ‘शनिवार 2 अप्रैल को जब दो लोग उसके बारे में जानकारी लेने के लिए चाचा अहमद अब्बासी के नर्सिंग होम पहुंचे थे, तब घर पर ही था लेकिन उसे जानकारी मिली कि 2 लोग उसके बारे में जानकारी ले रहे हैं.’ मुर्तजा अब्बासी ने कहा, ’36 लाख के लोन की बात कर रहे हैं तो उसे समझ नहीं आ रहा था यह कौन लोग हैं और कौन से लोन पर कोर्ट का समन लेकर आए हैं. उन दो लोगों के वापस चले जाने के बाद अब्बासी नर्सिंग होम के सीसीटीवी में उनकी तस्वीरें देखी गई कद काठी देखी गई आशंका जताई जाने लगी कि जो लोग देसी पुलिस बैंक के लोग हो सकते हैं. यह आशंका होते ही अब्बासी घबरा गया.’
मुर्तजा ने आगे बताया, ‘आनन-फानन में उसने अपने अब्बू का बैग उठाया उसमें अपना लैपटॉप रखा और मां को बोला कि पता नहीं क्यों पुलिस मुझे तलाश रही है मैं जा रहा हूं. मां ने भी बेटे की घबराहट को देखकर यह नहीं पूछा कि आखिर वह पुलिस से इतना डर क्यों रहा है और उसने कुछ रुपए भी अब्बासी को दिए थे. अहमद मुर्तजा अब्बासी देर रात सिद्धार्थनगर के नौगढ़ पहुंचा. रात उसने नौगढ़ रेलवे स्टेशन के पास एक पास एक मस्जिद में गुजारी.’
मुर्तजा अब्बासी ने कहा, ‘सुबह उसी मस्जिद में नमाज पढ़ी और फिर वहां से नेपाल चला गया. इंडो नेपाल बॉर्डर पर ही उसमें स्थानीय दुकान से 2 बांके और चाकू खरीदे थे. रविवार का पूरा दिन सिद्धार्थनगर में गुजारने के बाद दोपहर बाद वह वापस गोरखपुर बस से पहुंचा. गोरखपुर पहुंचते गोरखनाथ मंदिर पहुंचा और मंदिर के गेट पर ही पीएसी के जवान अनिल पासवान और गोविंद गौड़ पर हमला बोल दिया.’
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