![](https://jagatbhumi.com/wp-content/uploads/2024/07/SANTOSH.jpeg)
![](https://jagatbhumi.com/wp-content/uploads/2024/01/WhatsApp-Image-2024-03-15-at-12.05.51-PM.jpeg)
अंबिकापुर शराबबंदी को लेकर मच रहे हंगामे के बीच स्कूल शिक्षामंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह ने चौंकाने वाला बयान दिया है। नशा मुक्ति अभियान के एक कार्यक्रम में कवि हरिवंश राय बच्चन की कविता का जिक्र करते हुए कहा कि ‘मंदिर-मस्जिद झगड़ा कराते, मधुशाला एक कराती है, लेकिन आत्मनियंत्रण होना चाहिए। हम भी चुनाव-सुनाव में उपयोग कर लेते हैं।’
![](https://jagatbhumi.com/wp-content/uploads/2023/10/WhatsApp-Image-2024-01-04-at-5.19.19-PM.jpeg)
![](https://jagatbhumi.com/wp-content/uploads/2024/02/WhatsApp-Image-2024-02-22-at-4.41.45-PM.jpeg)
मंत्री जी ने इसके बाद बाकायदा शराब पीने का तरीका भी समझाया। वहीं जर्जर सड़कों के सवाल पर कहा कि जब सड़कें खराब होती हैं तो हादसे कम होते हैं। मैं एक मीटिंग में गया था। वहां दारू के बारे में बोल रहे थे। एक पक्ष दारू के फायदे बता रहा था, दूसरा उसके विरोध में था। बता रहा था कि क्या-क्या नुकसान हो सकते हैं।
दारू का सब कोई उपयोग करते हैं। हम भी कभी-कभी उपयोग करते हैं। चुनाव-सुनाव में उसका उपयोग करते हैं। दारू में अगर पानी मिलाएंगे तो डाइल्यूशन होना चाहिए। कितना डाइल्यूशन हो, जितना हो सकता है, उतना हो। उसके बाद ड्यूरेशन होना चाहिए। ये नहीं कि एक बार में ही गट-गट कर मार दिए। खास बात यह है कि जब मंत्री जी शराब के बारे में बता रहे थे, तब मंच पर बैठे कलेक्टर और SP साहब मुस्कराते हुए दिखाई दिए।
नशा मुक्ति कार्यक्रम में कई स्कूल के छात्र-छात्राएं भी मौजूद थे और वे मंत्री जी का बयान सुनकर यह समझ नहीं पा रहे थे कि मंत्री शराब का गुण बताने आए हैं या नशा मुक्ति के लिए प्रेरित करने। अब सोशल मीडिया में इसका वीडियो वायरल होने के बाद जमकर किरकिरी हो रही है। वहीं इस मामले में शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेम साय टेकाम से उनका पक्ष लेने उनके मोबाइल पर फोन किया गया, लेकिन उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया।
![](https://jagatbhumi.com/wp-content/uploads/2023/11/WhatsApp-Image-2024-03-18-at-1.37.36-PM.jpeg)