फरीदकोट: दिल्ली पुलिस ने बताया कि पंजाब के फरीदकोट में डेरा सच्चा सौदा के अनुयायी प्रदीप सिंह की हत्या के आरोपी तीन शूटरों को शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया गया है। इससे पहले दिन में, पंजाब पुलिस इंटेलिजेंस यूनिट और दिल्ली पुलिस काउंटर-इंटेलिजेंस यूनिट ने फरीदकोट में प्रदीप सिंह की हत्या के आरोपी छह लोगों की पहचान की थी। इसके बाद सुरक्षाबलों ने उन्हें पकड़ने के लिए छापेमारी की।
पुलिस टीम ने शुक्रवार तड़के करीब साढ़े तीन बजे पटियाला के बख्शीवाला थाना क्षेत्र में छापेमारी कर डेरा सच्चा सौदा के एक अनुयायी की हत्या में शामिल छह में से तीन को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने पकड़े गए इन लोगों की पहचान हरियाणा के निवासी के रूप में की है, जिनमें से दो रोहतक और एक भिवानी का रहने वाला है। टीम फरार आरोपित को पकड़ने के लिए और प्रयास कर रही है।
पुलिस ने अपने आधिकारिक बयान में कहा, “कुल छह हमलावर थे, चार हरियाणा से (चौथा फरार हुड्डा के साथ हरियाणा मॉड्यूल का है) और दो पंजाब से हैं।” आरोपियों को कनाडा में बैठा गैंगस्टर गोल्डी बरार निर्देश दे रहा था। बता दें कि गोल्डी बरार भगोड़े हरविंदर सिंह उर्फ रिंडा और जेल में बंद गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का सहयोगी है।
आरोपियों ने प्रदीप सिंह को करीब 60 गोलियां मारी थीं। सीसीटीवी फुटेज के मुताबिक, डेरा सच्चा सौदा के अनुयायी प्रदीप सिंह की गुरुवार सुबह पंजाब के फरीदकोट में अज्ञात हमलावरों ने उसकी दुकान पर जाते समय गोली मारकर हत्या कर दी थी। प्रदीप सिंह बरगारी बेअदबी कांड का आरोपी था।
बरगारी बेअदबी मामला 2015 में फरीदकोट में हुई थी, जहां 12 अक्टूबर, 2015 को फरीदकोट के गांव बरगारी में गुरु ग्रंथ साहिब के कुछ हिस्से बिखरे हुए पाए गए थे और पुलिस स्टेशन बाजाखाना में आईपीसी की धारा 295, 120-बी के तहत प्राथमिकी दर्ज की थी।
उक्त मामले में तीन प्राथमिकी गुरमीत राम रहीम के खिलाफ दर्ज की गई है जो वर्तमान में रोहतक की सुनारिया जेल में बंद है और 2015 की बेअदबी की घटनाओं से संबंधित मामलों में केवल वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से पेश होता है।
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने गुरुवार को पुलिस अधिकारियों को राज्य में शांति और सद्भाव बनाए रखने का निर्देश दिया। विशेष पुलिस महानिदेशक (होमगार्ड) संजीव कालरा ने बताया कि गुरुवार को मुख्यमंत्री के साथ वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ एक बैठक में कोटकपूरा घटना पर विस्तार से चर्चा की गई।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान ने स्पष्ट रूप से कहा कि राज्य में शांति और सद्भाव बनाए रखा जाएगा। अगले सप्ताह एक और बैठक बुलाई जाएगी। मामले की जांच जारी है।